विचार

देखना कि कोई ज़ख्म नासूर न बन जाये…

देखना कि कोई ज़ख्म नासूर न बन जाये बिना वजह कोई बात कसूर न बन जाये लाज़िम कि बोलें हर बात सोच समझ के कोई बात यूँ ही बेहूदा शहूर न बन जाये दिल दुखाने का किसी को अख्तियार नहीं चाहे कोई कितना भी क्यों मशहूर न बन जाये धन दौलत यह सब तो आनी […]