विचार

देखना कि कोई ज़ख्म नासूर न बन जाये…

Share now

देखना कि कोई ज़ख्म नासूर न बन जाये
बिना वजह कोई बात कसूर न बन जाये

लाज़िम कि बोलें हर बात सोच समझ के
कोई बात यूँ ही बेहूदा शहूर न बन जाये

दिल दुखाने का किसी को अख्तियार नहीं
चाहे कोई कितना भी क्यों मशहूर न बन जाये

धन दौलत यह सब तो आनी जानी माया है
रखना ध्यान कि अंदर तेरे गरूर न बन जाये

दिलों से दिलों की तुरपन हमेशा करते रहना
देखना कि तेरे सामने कोई मजबूर न बन जाये

बच्चों को भी हर बात खूब सिखाते रहना
अपने पैरों खड़े होने को भरपूर न बन जाये

दोस्ती हर दोस्त से निभायो कुछ इस हद तक
आपके दरमियाँ महोब्बत का सरूर न बन जाये

*हंस* कोशिश करते रहो हर दिन अच्छा बनने की
जब तक अंदर अच्छा इंसान जरूर न बन जाये

एसके कपूर “श्री हंस”
मो. 9897071046, 8218685464

Facebook Comments

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *