नीरज सिसौदिया, बरेली
कोरोना काल में वैसे तो हर वर्ग मुसीबतों का दंश झेल रहा है लेकिन कई अधिवक्ता भी इस महामारी की चपेट में आ गए हैं. उन्हें अस्पतालों में समुचित उपचार नहीं मिल पा रहा है. किसी को ऑक्सीजन नहीं मिल पा रही है तो किसी को वेंटिलेटर के संकट से जूझना पड़ रहा है. हाल ही बरेली के तीन सौ बेड अस्पताल में भर्ती एडवोकेट यशपाल सिंह ने वहां की बदइंतजामी की पोल खोलकर रख दी थी. बदइंतजामी के इस आलम के कारण तो देशभर के कुछ अधिवक्ताओं को अपनी जान तक गंवानी पड़ी है. वकीलों की इन्हीं परेशानियों को देखते हुए बरेली के एडवोकेट धर्मवीर गुप्ता ने मुहिम छेड़ी है. उन्होंने मुख्यमंत्री योगी आदित्य नाथ से वकीलों के लिए समुचित इलाज की व्यवस्था सुनिश्चित करने की मांग की है.
http://पहाड़ी के मंदिर के पास 22 साल की एक्ट्रेस ने शूट किया एडल्ट वीडियो, तलाश में जुटी पुलिस – India Time 24 https://indiatime24.com/2021/04/27/porn-video-shoot-near-a-temple/#.YIg4rFxnQpc.whatsapp
एडवोकेट धर्मवीर गुप्ता ने कहा कि आज कोरोना काल में बीमार हो जाने पर अधिवक्ताओं की अस्पताल में स्थिति बहुत दयनीय हो गई है. आक्सीजन की व्यवस्था भी नहीं हो पा रही है. सिर्फ अधिवक्ता के मरने पर फेसबुक और वॉट्सएप पर शोक सम्वेदना व्यक्त कर दी जाती है. सिर्फ फेसबुक और वॉट्सएप पर शोक जताने से काम नहीं चलेगा. अधिवक्ताओं के मरने का इंतजार न करके उनके जीते जी ऐसी व्यवस्था करनी होगी जिससे उन्हें अस्पतालों में किसी भी प्रकार की दिक्कत न झेलनी पड़े. उन्होंने मुख्यमंत्री से अस्पतालों में अधिवक्ताओं के लिए विशेष व्यवस्था सुनिश्चित करने की मांग की है. उन्होंने कहा है कि सरकार हर अस्पताल में अधिवक्ताओं का प्राथमिकता के आधार पर इलाज सुनिश्चित करे.