नीरज सिसौदिया, बरेली कोरोना काल में विकास कार्यों की रफ्तार थम गई थी। न सड़कों का निर्माण हो पा रहा था और न ही विकास के नए प्रोजेक्ट परवान चढ़ रहे थे। कोरोना का कहर कुछ कम हुआ तो जिंदगी की गाड़ी पटरी पर लौटने लगी लेकिन विकास की गाड़ी को अभी भी ड्राइवर का […]