नीरज सिसौदिया, बरेली
कोरोना काल में विकास कार्यों की रफ्तार थम गई थी। न सड़कों का निर्माण हो पा रहा था और न ही विकास के नए प्रोजेक्ट परवान चढ़ रहे थे। कोरोना का कहर कुछ कम हुआ तो जिंदगी की गाड़ी पटरी पर लौटने लगी लेकिन विकास की गाड़ी को अभी भी ड्राइवर का इंतजार था। ऐसे में मेयर डा. उमेश गौतम ने खुद स्टेयरिंग संभाली और विकास की गाड़ी की रफ्तार बढ़ने लगी। पिछले लगभग एक माह के भीतर शहर में करोड़ों रुपये की योजनाओं का शिलान्यास हुआ। इनमें कुछ ऐसी योजनाएं भी शामिल हैं जिनका शहरवासियों को वर्षों से इंतजार था। वहीं, पांच अरब रुपये की योजनाओं का लोकार्पण एवं शिलान्यास स्वयं उपमुख्य मंत्री केशव प्रसाद मौर्या कर गए। मेयर डा. उमेश गौतम ने उन्हेंं भी विकास योजनाओं के बारे में बताया।
पिछले एक माह के भीतर मेयर डा. उमेश गौतम ने जिन प्रोजेक्टोंं की शुरुआत की उनमें सड़कों से लेकर सुंदरीकरण तक की योजनाएं शामिल हैं। अब नजर डालते हैं उन प्रमुख योजनाओं पर जो शहरवासियों के लिए मील का पत्थर साबित होने वाली हैं।
मेयर ने ईंट पजाया से लेकर संजय नगर तिराहे तक सड़क का चौड़ीकरण, साइड पटरी व नाला निर्माण के 5 करोड़ 60 लाख रुपये के कार्य का शिलान्यास किया। स्थानीय लोग वर्षों से इस सड़क के निर्माण की मांग कर रहे थे। उमेश गौतम के प्रयास से अब इस कार्य का शिलान्यास हो पाया है।
दूसरा उल्लेखनीय कार्य अक्षर विहार तालाब के सुंदरीकरण से संबंधित है। अक्षर विहार तालाब कभी बरेली शहर के लोगों की पहली पसंद हुआ करता था लेकिन पिछली सरकारों में यह उपेक्षित ही रहा जिस कारण लोगों ने यहां आना ही छोड़ दिया था। मेयर बनने के बाद डा. उमेश गौतम ने इसे फिर से संवारने का बीड़ा उठाया और स्मार्ट सिटी बरेली के तहत अब इसका कायाकल्प होने जा रहा है। लॉकडाउन के बाद मेयर ने अक्षर विहार में नाला व डैक निर्माण के कार्य का भी शुभारंभ किया। वहीं, बरेली शहर के बीचों-बीच स्थित घंटाघर का जिक्र भी यहां जरूरी हो जाता है। यह ऐतिहासिक घंटाघर भी वर्षों से उपेक्षित था। अब मेयर ने इसके भी सौंदर्यीकरण के कार्य का शुभारंभ किया है।
इसके अलावा महापौर ने एलन क्लब मंडी निर्माण कार्य का शिलान्यास भी किया। एलन क्लब सब्ज़ी मंडी के निर्माण से सब्ज़ी व फल विक्रेताओं को राहत मिलेगी और उनका सम्मान भी बढ़ेगा।
वहीं, श्यामगंज फ्लाईओवर के नीचे सौंदर्यीकरण की ओर कदम बढ़ाते हुए रोड निर्माण कार्य का शिलान्यास भी मेयर ने हाल ही में किया है। सुभाष चंद्र बोस पार्क (सी.आई. पार्क) में पौधरोपण तथा मियांवाकी फॉरेस्ट का शुभारंभ भी मेयर डा. उमेश गौतम ने लॉकडाउन के बाद ही किया। साथ ही पार्क में निरीक्षण कर सौंदर्यीकरण करने के निर्देश भी दिए।
शहर में बढ़ते अपराधों पर अंकुश लगाने के लिए सीसीटीवी प्रोजेक्ट के अमल में आने का वर्षों पुराना इंतजार भी खत्म हो रहा है। इन कैमरों की निगरानी और अन्य कार्यों के लिए इंटीग्रेटेड कंट्रोल कमांड सेंटर के सॉफ्टवेयर लॉन्च का कार्य भी इसी दौरान किया गया है। शहर के चप्पे-चप्पे पर कैमरे लग गए हैं।
वहीं शहर में आवारा पशु भी बहुत बड़ी समस्या हैं। इससे लोगों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। अब तक पशुओं को पकड़ने के लिए कैटल कैचर वाहनों का अभाव था जिस कारण लोगों को इस समस्या से निजात नहीं मिल पा रही थी। मेयर डा. उमेश गौतम ने मामले को गंभीरता से लेते हुए दो नए वाहन मंगवाए और इन वाहनों का उद्घाटन भी इसी एक माह के दौरान ही किया।
इसके अलावा स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट के तहत सुभाष नगर पुलिया पर ओवरब्रिज, अक्षर विहार में लेज़र शो, गांधी उद्यान में भूलभुलैया, शहामतगंज पुल के नीचे सौंदर्यीकरण, एलन क्लब सब्ज़ी मंडी का कायाकल्प, पटेल चौक पर स्काई वॉक, गांधी उद्यान से शहामतगंज पुल तक और चौकी चौराहा से पटेल चौक तक बिजली की लाइन अंडरग्राउंड करने आदि महत्वपूर्ण प्रोजेक्ट स्वीकृत हो चुके हैं। मेयर ने स्मार्ट सिटी मेजर रोड फ़ेस 3, अरबन हाट आदि प्रोजेक्टों पर तेज़ी से कार्य करने के लिए भी कहा।
मेयर डा. उमेश गौतम के कार्यकाल में एक और बड़ी उपलब्धि भी जुड़ गई है। नगर निगम का ऐतिहासिक 453 करोड़ रुपये का ई बजट पास करने वाला बरेली नगर निगम उत्तर प्रदेश का पहला नगर निगम बन चुका है जहां ई बजट पेश किया गया। बरेली में इस बजट से विकास कार्य और तेज़ी से होंगे। फिलहाल मेयर डा. उमेश गौतम का सफर अभी जारी है। आने वाले डेढ़ साल में शहर को विकास के नए पंख लगने की उम्मीद है।