नीरज सिसौदिया, जालंधर ‘भारत में प्राचीनकाल से ही अनेक ‘गणराज्य’ रहे हैं | राजतंत्र होने के बाद भी राजा समाज के सभी वर्गों की सहमति से ही राज्य के सभी कार्यों का संचालन करता था | लोकतंत्र के तीन स्तंभ विधायिका, कार्य पालिका और न्याय पालिका पूर्णतः समाज आधारित रही है | भारत की समाज […]