बोकारो ताप विद्युत केन्द्र में एक दिवसीय हिंदी कार्यशाला
रामचंद्र कुमार अंजाना, बोकारो थर्मल
डीवीसी बोकारो ताप विद्युत केन्द्र में ‘राजभाषा कार्यान्वयन एवं तिमाही प्रगति रिपोर्ट का महत्त्व’ विषयांतर्गत एक दिवसीय राजभाषा कार्यशाला का आयोजन किया गया।
कार्यशाला का उदघाटन परियोजना प्रधान सह मुख्य अभिंयता कमलेश कुमार, वरीय अपर निदेशक पीके सिंह, व पीजीटी (हिंदी) डाॅ. नंद किशोर पंडित ने संयुक्त रूप से दीप प्रज्जवलित कर किया। कार्यशाला में परियोजना प्रधान कमलेश कुमार ने सहभागियों को बधाई देते हुए खुशी जाहिर किया कि आप सबों के कार्यों का ही प्रतिफल है कि बीटीपीएस को मंत्रालय से राजभाषा पुरस्कार प्राप्त हुआ। पुरस्कार प्राति के बाद जिम्मेदारियां बढ़ जाती हैं। वैसे भी राजभाषा में काम करने में राष्ट्रीय सम्मान निहित है। हिंदी सरल व सुबोध भाषा है। हिंदी में पूरे जनमानस को जोड़ने की शक्ति है। आप सभी प्रत्येक आधारभूत कार्यों में हिंदी में अधिकाधिक काम करें और उसका समुचित आंकड़ा भी रखें। आप स्वयं हिंदी में काम करें और दूसरे को भी प्रोत्साहित करें। प्रभारी मुख्य अभियंता टी अकबर ने भी कार्यशाला की सफलता की कामना किया।
वरीय अपर निदेशक पीके सिंह, ने उद्घाटन भाषण दिया। अतिथि वक्ता डाॅ. नंद किशोर पंडित ने विषयांतर्गत राजभाषा कार्यान्वयन पर प्रकाश डाला। हिंदी अधिकारी मु॰ इस्माईल मियां ने संपूर्ण कार्यक्रम को संचालित करते हुए तिमाही प्रगति रिपोर्ट के प्रत्येक बिन्दु पर सविस्तार अभ्यास कराया तथा अंत में धन्यवाद ज्ञापित किया।
परिसंवाद सत्र के उपरांत सभी प्रतिभागियों को विभागीय ‘प्रशासनिक शब्दावली’ तथा गोपीनाथ श्रीवास्तव द्वारा रचित ‘सामयिक प्रषासनिक कार्यविधि’ पुस्तिका व राजभाषा प्रमाण-पत्र प्रदान कर सम्मानित किया गया।
प्रतिभागी: कार्यषालार्थ चयनित कुल 33 सहभागियों में तीन अधिकारी व तीस ग्रुप‘बी’ कर्मचारियों ने भाग लिया। इनमें मिथलेश कुमार, राजेश कुमार, मो. शाहिद इकराम, रामजी सिंह, विवेकानन्द्र कुमार, बेणुधर बेहरा, शशिभूषण प्रसाद, राजकुमार रजक, शिव नारायण साव, विनोद कुमार सिंह, जयंत कुमार मुर्मु, मोहम्मद अली, विश्वनाथ जाना, अरूण कुमार, अनिल कुमार मिश्रा, जितेन्द्र सिंह, रवि भूषण कुमार चक्रवर्ती, कपिल देव दास, एचडी सोरेन, वरूण सरकार, एएएम कैफी, नंदलाल साहू, पंकज कुमार सिंह, आरबी राय, शिव मोहन गुप्ता, दीप नारायण महतो, केरल टुडू, आरती रानी, नारायण चन्द्र पाल, श्यामल कुमार देव, सविन्दर सिंह, सुरेन्द्र प्रसाद थे।