जालंधर : गुरु गोविन्द सिंह एवेन्यू में स्थित विद्या धाम में सर्वहितकारी शिक्षा समिति द्वारा आयोजित वार्षिक उत्सव के दूसरे दिन भी विभिन्न कार्यक्रमों का आयोजन किया गया। जिसमें आचार्य संसद, प्रश्न मंच, प्रतिभा प्रकटीकरण, शारीरिक कार्यक्रम आदि प्रमुख रूप से समपन्न हुए। आज कार्यक्रम का उद्घाटन विजय नड्डा, यतीन्द्र व अशोक बब्बर ने किया
प्रश्न मंच में पूरे पंजाब की कुल 6 टीमें फाइनल में पहुँची। इनमें से प्रथम स्थान गंगा टीम, दूसरा स्थान नर्मदा टीम तथा तीसरा स्थान कावेरी टीम ने प्राप्त किया । इस प्रतियोगिता में भारतीय संस्कृति, इतिहास, साइंस तथा सिक्ख गुरुओं से सम्बन्धित प्रश्न पूछे गए थे।
आचार्य संसद आज मुख्य आकर्षण का केन्द्र रहा। इस कार्यक्रम के लिए हाल को संसद का रूप दिया गया था। दो विषयों पर आचार्यों ने पक्ष विपक्ष के रूप में चर्चा की। पहला विषय था -क्या भारत वास्तव में विश्व शक्ति बनने की राह पर ह ? दूसरा विषय था-बच्चे के विकास में मुख्य भूमिका अभिभावक की है या शिक्षक की ? दोनों ही विषयों पर बहुत ही सार्थक चर्चा हुई । प्रतिभागियों ने इस कार्यक्रम की भरपूर प्रसंशा की। अध्यक्ष पद पर रहते हुए प्रेम सिंह ने अपनी भूमिका बखूबी निभाई।
इसके उपरांत मैदान में शारीरिक प्रतियोगिताएं हुईं जिसमें खेल, रस्साकशी व व्यायाम योग प्रमुख रहीं ।दिन भर में चयनित इन प्रतिभागियों के साथ विशिष्ट पैनल द्वारा संवाद किया गया । इन सब प्रतियोगिताओं में सर्वश्रेष्ठ का चयन किया जाएगा जिसकी घोषणा कार्यक्रम के अन्तिम दिन की जाएगी।
बदलते परिवेश के अनुसार हो शिक्षा : डा.निर्मल सिंह कलसी
विद्या धाम में चल रहे तीन दिवसीय वार्षिक उत्सव के दूसरे दिन सभी को सम्बोधित करते हुए डा.निर्मल सिह कलसी-I.A.S. ने कहा कि आज तेजी से बदल रही तकनीक के इस युग में हम सबको भी इसी अनुरूप प्रशिक्षण की व्यवस्था करनी होगी। इसी के अनुसार ही बच्चों को भी शिक्षा देनी होगी। अपने देश में दुनिया का शिरमौर बनने की प्रबल सम्भावनाएं हैं।इसके अनुसार ही युवा पीढ़ी को तैयार करना समय की जरूरत है।