रामचंद्र कुमार अंजाना, बोकारो थर्मल
सार्वजनिक क्षेत्र के उपक्रम डीवीसी बोकारो ताप विद्युत केंद्र के बी प्लांट की 210 मेगावाट क्षमता वाली तीन नंबर यूनिट को कोयला की कमी के कारण शनिवार को बंद कर देना पड़ा। उस वक्त यूनिट से 140 मेगावाट बिजली का उत्पादन हो रहा था। पावर प्लांट के कोल यार्ड में कोयला नहीं रहने के कारण यूनिट बंद करनी पड़ी। इसके अलावे दुर्गापुर पावर प्लांट के अलावे डीवीसी के दोनो हाइडल प्लांटों से बिजली का उत्पादन पुरी से ठप है। इधर, दूसरी ओर बोकारो थर्मल के ही 500 मेगावाट के नये ए प्लांट में महज तीन से चार दिनों का ही कोल स्टॉक बचा है। समय रहते कोयला की सप्लाई आरंभ नहीं हुई तो ए प्लांट को भी बंद करना पड़ सकता है। शनिवार को पावर प्लांट से 503 मेगावाट उत्पादन हो रहा था। ए एवं बी पावर प्लांट को चलाने के लिए प्रत्येक दिन पांच से छह हजार एमटी कोयला की जरूरत होती है। बताया जाता है पावर प्लांट में सडक व रेल मार्ग से प्रर्याप्त मात्रा में कोयला की आपुर्ति नहीं हो पा रहीं है। जिसके कारण बी प्लांट के तीन नंबर यूनिट को बंद कर देना पड़ा। परियोजना प्रधान सह मुख्य अभियंता कमलेश कुमार ने कहा कि प्लांट में कोयले की कमी के कारण बी प्लांट की तीन नंबर यूनिट को बंद कर दिया गया है। नये प्लांट चलाने के लिए मात्र चार दिनों की कोयला स्टाॅक में बचा है। इधर, डीवीसी के छह पावर प्लांटो से कुल 4326 मेगावाट बिजली का उत्पादन किया जा रहा है। जिसमें क्रमशः दुर्गापुर अंडाल के एक नंबर युनिट से 482, दो नंबर युनिट से 479, चंद्रपुरा के सात नंबर युनिट से 234, आठ नंबर से 232, कोडरमा के एक नंबर युनिट से 482, दो नंबर युनिट से 479, मीजिया के तीन नंबर युनिट से 179, चार नंबर युनिट से 159, पांच नबंर युनिट से 224, आठ नंबर युनिट से 499 मेगावाट बिजली की उत्पादन हो रही है।
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