राजेंद्र भंडारी, टनकपुर
स्पीड गवर्नर के विरोध में टनकपुर के टैक्सी चालकों ने आज से चक्का जाम हड़ताल शुरू कर दी| इसके चलते गुरुवार सुबह पूर्णागिरि आने वाले तीर्थ यात्रियों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ा| वाहन नहीं मिलने के कारण तीर्थयात्री इधर उधर भटकने को मजबूर हो गए| वहीं कुछ यात्री पैदल ही धाम के लिए निकल गए| सबसे अधिक परेशानी उन यात्रियों को झेलनी पड़ी जो परिवार और बच्चों के साथ मां के दर्शन करने गए थे लेकिन वापस आने के लिए उन्हें वाहन नहीं मिले.
आज कुमाऊं टैक्सी यूनियन के आह्वान पर पूर्णागिरि टैक्सी यूनियन की गाड़ियां सड़कों पर नहीं दौड़ीं.
अलबत्ता पूर्णागिरि में ठुलीगाड़ से भैरव मंदिर को लगभग तीन दर्जन गाड़ियां सुबह साढ़े दस बजे तक चल रही थीं जिन्हें बन्द कराने यूनियन के अध्यक्ष को छोड़कर सभी कार्यकर्ता गए थे. वही गैंडा खाली में टेक्सियां रोकने पर यात्रियों और यूनियन के सदस्यों में खूब बहस हुई. इसके बाद कोतवाल टनकपुर अरुण कुमार वर्मा आदि आ गये. उन्होंने टैक्सियों को रोकने को गलत बताया और कहा कि यूनियन अध्यक्ष और प्रशासन के बीच वार्ता हुई थी जिसमें अध्यक्ष ने कहा था कि मेला यात्रियों की परेशानी को देखते हुए पूर्णागिरि को गाड़ियां चलेंगी लेकिन सदस्यों को न मानते देखते हुए प्रशासन ने परिवहन निगम की बसों की व्यवस्था की.
बसों की व्यवस्था होते देख टैक्सी संचालकों ने टेक्सियों का संचालन चालू कर दिया. वहीं, पिथौरागढ़ मार्ग पर यात्रियों की परेशानी देखते हुए परिवहन निगम ने व्यवस्था की है. निगम के एआरम संचालन केएस राणा ने बताया कि कुल दस गाड़ियों की अतिरिक्त व्यवस्था की गई है जिससे दो गाड़ी टनकपुर की ओर व 8 गाड़ियां ऊपर से आने वाली पुनः ऊपर भेज दी जायेंगी ताकि यात्रियों को कोई परेशानी ना हो.