झारखण्ड

माओवादियों का शहीद सप्ताह शुरू, बैनर व पोस्टर चिपकाये

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बोकारो थर्मल। रामचंद्र कुमार अंजाना 
बोकारो जिले के नक्सल प्रभावित क्षेत्र ऊपरघाट में एक बार फिर भाकपा माओवादियों सक्रिय दिख रहें है। शनिवार की रात कंजकिरा,े पलामू व गोबिंदपुर
में शहीद सप्ताह को लेकर माओवादियों ने बैनर व पोस्टर साट कर सनसनी फैला दी है। माओवादियों की अचानक उपस्थिति से पुलिस के लिए परेशानी बढ़ गयी है। पुलिस नक्सलियो को घेरने की रणनीति बनाने में जुट गयी है। माओवादी अपने दिवंगत शीर्ष नेताओं को श्रद्धांजलि देने के लिए शहादत सप्ताह मनाने को जुटे हैं। माओवादी 28 जुलाई से 3 अगस्त तक शहादत सप्ताह मनाते है। इस दौरान नक्सलियांे ने अपनी उपस्थिति दर्ज करते हुए पेंक-नारायणपुर थाना क्षेत्र के विभिन्न चैक चैराहांे में नक्सली बैनर व पोस्टर साट कर सनसनी फैला दी है।

नक्सली शहीद सप्ताह के दौरान किसी अप्रिय एवं विध्वंसक घटना को अंजाम देने की फिराक में भी रहते हैं। जिसके मद्देनजर पुलिस ने चैकसी बढ़ा दी है। पेंक-नारायणपुर थाना के बुडगड्डा, कंजकिरो, पिलपिलो, पलामू, गोनियाटो, पंेक में तथा बोकारो थर्मल थाना के सीसीएल गोविंदपुर काॅलोनी की दीवारों पर पोस्टर चिपकाया है। पोस्टर के माध्यम से माओवादियों ने अपने संस्थापक स्व चारू मजुमदार, कन्हाई चटर्जी, कॉ.सिल्वे सरदार, चन्दन यादव, प्रमोद महतो, डेविड महतो सहित तमाम शहीद साथियों को श्रद्धांजलि देते हुए लाल सलाम लिखा है। दोनों थाना क्षेत्र में माओवादियों द्वारा पोस्टर चिपकाए जाने के बाद क्षेत्र में ग्रामीणों मे दहशत का माहौल देखने को मिल रहा है।

इधर, शनिवार की रात पोस्टर साट रहें 3 नक्सलियों को पुलिस ने गिरफतार किया है। पुलिस सूत्रों के अनुसार ऊपरघाट के नारायणपुर गांव में माओवादियों ने पोस्टर साट रहें थे, उसी क्रम में पुलिस की एलआरपी टीम ने खेदड़कर 3 नक्सली को पकड़ लिया। पकड़े गये 3 नक्सलियों में एक नक्सली पुलिस को चकमा देकर फरार हो गया है। पुलिस ने गिरफतार नक्सलियों के पास बैनर, पोस्टर व एक लैंड मांइस जब्त किया है। शनिवार को अभियान एएसपी संजय कुमार के नेतृत्व में ऊपरघाट के विभिन्न इलाकों में छापामारी अभियान चलाया जा रहा है। हांलाकि पुलिस का कहना है कि नक्सलियों के खिलाफ छापामारी की जा रहीं है। लेकिन किसी नक्सली की गिरफतारी की बात से इंकार किया है।

सरकार के खिलाफ तीन अगस्त को माओवादियों का झारखंड-बिहार बंद
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भाकपा माओवादी संगठन की बिहार-झारखंड स्पेशल एरिया कमिटी ने मोदी सरकार को ‘चरम फासीवादी’ करार दिया है। मोदी सरकार पर ‘अभूतपूर्व बर्बर राजकीय आतंकवाद’ जारी रखने का आरोप लगाते हुए इसके खिलाफ विरोध प्रदर्शन करने का एलान किया है। कमिटी के प्रवक्ता आजाद की ओर से जारी इस प्रेस विज्ञप्ति में कहा गया है कि भाकपा माओवादी संगठन द्वारा 28 जुलाई से तीन अगस्त तक शहीद सप्ताह मनाया जायेगा। इस दौरान एक और दो अगस्त को मोदी सरकार के खिलाफ व्यापक विरोध-प्रदर्शन किया जायेगा, जबकि तीन अगस्त को बिहार-झारखंड बंद रहेगा। मेडिकल सेवा, एम्बुलेंस, दवा दुकान, अग्निशामक दस्ता, दूध वाहन आदि बंद से मुक्त रहेंगे। विज्ञप्ति में लोगों से अपील की गयी है कि वें बंद के दौरान रेल तथा लंबी दूरी की बस यात्रा ना करें। जल, जंगल और जमीन को जनता के हाथ से बंदूक की ताकत पर जबरन छीना जा रहा है। प्रवक्ता आजाद ने कहा है कि माओवादी उन्मूलन के नाम पर चलाया गया ऑपरेशन ग्रीन हंट और समाधान बर्बरता की पराकाष्ठा पार कर चुकी है। इसी के विरोध में संगठन ने बंद का आह्वान किया है। बंद को लेकर पुलिस व्यापक रणनीति बनाने में जुट गयी है।
ऊपरघाट में समर व अजय दा के साथ नेपाली नक्सली दस्ता
बोकारो जिले के उग्रवाद प्रभावित ऊपरघाट में माओवादी के दो शीर्षस्थ नेता समर व अजय दा के नेपाली दस की सूचना है। इसकी भनक पुलिस के वरीय अधिकारियों को भी लगी है। शायद इसीलिए ऊपरघाट को सीआरपीएफ व पुलिस के जवानों ने गिरफतार नक्सली को लेकर घेराबंदी करने के साथ-साथ छापामारी अभियान भी शुरू कर दिया है। इस संबंध में खुफिया विभाग ने भी अलर्ट जारी किया है। बताया जाता है कि झारखंड, बिहार व ओडिशा संयुक्त कमेटी के शीर्षस्थ माओवादी अनमोल दा उर्फ लालचंद उर्फ समर दा के साथ जोनल कमांडर अजय महतो अपने दस्ते के साथ ऊपरघाट में कमान संभाले हुए हैं। पुलिस को ऐसी सूचना है कि शहीदी सप्ताह को लेकर क्षेत्र के अपने पुराने साथियों के साथ बैठकें कर रही हैं। पुलिस के वरीय अधिकारियों ने ऊपरघाट के पेंक-नारायणपुर पुलिस को पूरी एहतियात बरतने का निर्देश दिया है। बताया जाता है कि समर दा ऊपरघाट का रहने वाला है। जो कि वह अपने रिश्तेदारों से बहुत दिन बाद मिलने पहुंचा। जिसका स्कॉट जोनल कमांडर अजय महतो एवं उनके दस्ते कर रहे हैं। हालांकि पुलिस इस मामले में कुछ भी बताने से इंकार किया है। ऊपरघाट में माओवादियों की शीर्ष नक्सलियों की जमावड़ा होने की सूचना से पुलिस की नींद हराम हो गयी है। बताया जाता है कि शहीद सप्ताह के दौरान नक्सली बड़ी घटना को अंजाम देने के फिराक में है।

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