रामचंद्र कुमार अंजाना, बोकारो थर्मल
बोकारो थर्मल थाना अंतर्गत अरमो के गंझूडीह में मंगलवार को पंचायत के मुखिया मनिराम मांझी की अध्यक्षता में बैठक हुई। बैठक में गंझूडीह निवासी सीसीएल गोविंदपुर फेज दो ओपन कास्ट के निजी सुरक्षा गार्ड मोहन गंझू के हत्यारों का सुराग लगा पाने में स्थानीय थाना पुलिस की विफलता पर थाना घेराव आंदोलन के 11 दिन बीतने के बाद भी हत्यारों का पता लगा पाने में पुलिस नाकाम रही है. इस पर ग्रामीणों के द्वारा गहरी नाराजगी व्यक्त करते हुए आक्रोश प्रकट किया गया।
मुखिया सहित बैठक में मौजूद ग्रामीणों ने कहा कि गंझूडीह निवासी सीसीएल के निजी सुरक्षा गार्ड मोहन गंझू की हत्या के डेढ़ माह बाद भी पुलिस ने हत्यारों को गिरफ्तार नहीं किया था जिससे आक्रोशित होकर ग्रामीणों ने 21 जुलाई को दो घंटे तक थाना का घेराव किया था। थाना घेराव के बाद आंदोलनकारियों से बोकारो थर्मल थाना में मौजूद गांधीनगर के थानेदार आशुतोष कुमार ने वार्ता के लिए आंदोलनकारियों को थाना में बुलाकर मोबाईल से बेरमो एसडीपीओ से बात करवायी। एसडीपीओ एससी जाट ने आंदोलनकारियों से कहा कि बोकारो थर्मल थानेदार सह कांड के अनुसंधानक अवकाश पर है। अवकाश से उनके लौटने के साथ ही 72 घंटे के अंदर हत्या में संलिप्त आरोपियों को पुलिस गिरफ्तार कर जेल भेजने का काम करेगी। मुखिया मनिराम मांझी तथा आरसीएमएस नेता विकास सिंह ने कहा कि स्थानीय थानेदार अवकाश से तीन दिनों पूर्व ही वापस लौट आये हैं परंतु हत्यारे को पकड़ा नहीं जा सका है। दो अगस्त को अरमो में बोकारो थर्मल पुलिस की मामले में अब तक की कार्यप्रणाली तथा हत्यारों को गिरफ्तार करने में बरती जा रही शिथिलता को लेकर एक विशाल आम सभा का आयोजन किया जाएगा। आम सभा में फिर से थाना घेराव आंदोलन की रणनीति बनायी जाएगी। बैठक में सविता देवी, सरिता देवी, मुनिया देवी, गोविंद गंझू, मैनेजर गंझू, शिवा गंझू, भुनेश्वर गंझू, करमचंद मुर्मू, प्यारेलाल गंझू, सुरेश गंझू, महेश गंझू, बिगन गंझू, नरेश गंझू, ज्ञानी भोक्ता, बालगोविंद गंझू सहित सैकड़ो महिला एवं पुरुष मौजूद थे।