नीरज सिसौदिया, जालंधर
लगभग 1 माह से भी अधिक समय पहले एक नाबालिग की मौत के मामले में नया बाजार के दुकानदार जसविंदर सिंह राजू के खिलाफ 4 नंबर थाना पुलिस ने भारतीय दंड संहिता की विभिन्न धाराओं में आपराधिक मुकदमा दर्ज किया था| यह मरने वाला नाबालिग युवक उसी के घर में बरसों से काम करता था और उसकी अचानक संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गई थी| काफी लंबी जांच पड़ताल के बाद पुलिस ने मामला तो दर्ज कर लिया लेकिन जसविंदर सिंह राजू को गिरफ्तार नहीं कर सकी|
हालांकि, पुलिस के आला अधिकारी हमेशा राजू की तलाश में छापामारी की बात कहते आए हैं लेकिन नगर निगम की टीम के आगे विरोध प्रदर्शन करता हुआ राजू पुलिस को नजर नहीं आया|
वीडियो में देखें कैसे खुला घूम रहा है राजू…
सूत्र बताते हैं कि जसविंदर राजू के पास कोई पैसे की कोई कमी नहीं है जिसके बलबूते वह खुला घूम रहा है और पुलिस उसे गिरफ्तार नहीं कर रही| सूत्र यह भी बताते हैं कि राजू एक बुकी है और अपना अवैध कारोबार व पुलिस अधिकारियों की कथित तौर पर मिलीभगत से ही चलाता था| यही वजह है कि जब उसके घर काम करने वाले नौकर की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हुई तो पहले तो पुलिस संगीन धाराओं में मामला दर्ज करने को ही तैयार नहीं थी लेकिन जब मृतक के परिजनों ने राजू पर हत्या का आरोप लगाया तो पुलिस ने संगीन धाराओं में मामला तो दर्ज कर दिया लेकिन हत्या का मुकदमा दर्ज नहीं किया| मृतक के परिजन मांग कर रहे हैं कि राजू को तत्काल गिरफ्तार किया जाए और उस पर हत्या की धाराएं भी लगाई जाएं|
वहीं, सूत्र बताते हैं कि जसविंदर राजू लगातार शहर में खुला घूम रहा है और उसकी ओर से मृतक के परिजनों पर तरह तरह से दबाव बनाने का प्रयास किया जा रहा है ताकि वह केस वापस ले लें| सूत्र बताते हैं कि उसके इस कार्य में स्थानीय पुलिस भी पूरी तरह से मदद कर रही है| इंसाफ की उम्मीद में बैठे मृतक के परिजनों को भी अब इंसाफ मिलता नजर नहीं आ रहा| हैरानी की बात तो यह है कि कुछ दिन पहले जब नया बाजार में नगर निगम की टीम राजू की दुकान पर टीचर लाने आई थी तो राजू खुलेआम सड़कों पर नगर निगम की टीम का विरोध कर रहा था| इसके बावजूद स्थानीय पुलिस ने राजू को गिरफ्तार नहीं किया| इस संबंध में जब पुलिस कमिश्नर प्रवीण कुमार सिन्हा से बात की गई तो उन्होंने कहा कि मैं अभी व्यस्त हूं थोड़ी देर में बात कर लेते हैं| इस संबंध में जब s h o से बात की गई तो उन्होंने कहा कि राजू की तलाश में छापेमारी की जा रही है|
सूत्र बताते हैं कि पुलिस के आला अधिकारियों को जसविंदर राजू ने मोटी रकम चढ़ावे के रूप में चढ़ाई है जिस कारण उसके मामले में पुलिस गंभीरता से कार्यवाही नहीं कर रही|
पुलिस को भले ही राजू नजर नहीं आ रहा है मगर वह रोजाना अपनी Facebook प्रोफाइल को अपडेट कर रहा है| Facebook पर वह पिछले एक महीने में दर्जनों पोस्ट कर चुका है| पुलिस अगर प्रयास करती तो IP एड्रेस के जरिए भी राजू को ढूंढ सकती थी और उसे गिरफ्तार कर सकती थी| हाल ही में उसने भटिंडा के एक आला पुलिस अधिकारी की भी फोटो शेयर की है| लेकिन जालंधर की पुलिस आदेशों के साथ-साथ गरीब और बेबस लोगों के आंसू भी पी गई है| खाकी के गुनहगार मजलूमों को इंसाफ दिलाने के लिए बिल्कुल भी संजीदा नहीं हैं| बहरहाल, नाबालिग के परिजनों को इंसाफ मिलेगा या नहीं यह तो आने वाला वक्त ही बताएगा लेकिन राजू की आजादी ने पुलिस की कार्रवाई को कठघरे में जरूर खड़ा कर दिया है| इंसाफ की उम्मीद को खाकी के रहनुमा खुलेआम मुंह चिढ़ा रहे हैं|