संंजय राघव, सोहना
गांव धुनेला में इंदिरा आवास योजना के तहत सौ सौ गज के प्लाट धारकों ने पास में बन रही एक निजी कंपनी पर उनकी प्राचीन नदी को काबू कर उस पर रास्ता सीवर व पेड़ लगाने का आरोप लगाया है lग्रामीणों का कहना है यह नहर नदी उन्हें रास्ते के लिए दी गई थी लेकिन निजी कंपनियों ने अपना स्वार्थ साधने के लिए इस पर कब्जा कर उस पर सड़कें व सीवर बना डाले जिससे प्लॉट धारको को आने जाने में काफी दिक्कत हो रही हैं व उन्हें जाने के लिए कंपनी पर आश्रित होना पड़ रहा है lइस मामले में कई बार शिकायत की गई लेकिन कोई भी शिकायत पर अमल नहीं किया गया lवही कंपनी का कहना है कि उन्होंने किसी भी जमीन पर कब्जा नहीं किया है.
गांव के निवासी समाजसेवी सचिन यादव ने बताया कि 15 साल पहले गांव के गरीब लोगों को पंचायत की 5 एकड़ जमीन में करीब 88 लोगों को इंदिरा आवास योजना के तहत सौ सौ गज के प्लाट मुहैया कराए गए थे lउस समय इन लोगों से कहा गया था कि जो नदी है उसी को रास्ता बनाकर उनके लिए रास्ता मुहैया कराया जाएगा l
इसपर पंचायत में भी रास्ता बनाने का कार्य शुरू किया था लेकिन बजट कम होने की वजह से यह कार्य पूरा नहीं हो सकाl लेकिन अब आस पास आए सेंटर पार्क नाम कंपनी ने इस नदी पर सीवर सड़कें बनाकर इस पर अवैध रूप से कब्जा कर लिया है जिस कारण अब बीपीएल प्लॉट धारकों का रास्ता पूरी तरह से बंद हो गया है l
आरोप लगाया कि बिल्डर प्रशासन के साथ मिलकर इस गरीब बस्ती को उजाड़ने की फिराक में है आए दिन कंपनी की लापरवाही के कारण कोई ना कोई हादसा बस्ती के लोगों के साथ होता रहता है अभी फिलहाल एक बच्चे की जान भी कंपनी की लापरवाही की वजह से चली गई थी
इंदिरा आवास योजना के तहत मिले प्लॉट धारक महिला ने रमजानो बताया कि उन्हें इस बात का डर सता रहा है कि उन्हें उजाड़ नही दिया जाएl शुरू में इस नदी को ही रास्ता बता कर सरकार की तरफ से यह प्लॉट ने दिए थे लेकिन अब निजी कंपनी इन पर लगातार कब्जा कर रही हैl उनकी मांग है कि उन्हें उन का रास्ता मिले ताकि वह चैन की सांस ले सके.
कंपनी के सीनियर सिक्योरिटी सुपरवाइजर योगी खटाना ने बताया कि कंपनी कोई भी गलत काम नहीं कर रही है वह किसी भी जमीन पर कब्जा नहीं किया है वही जो ग्रामीणों ने सीएम विंडो पर शिकायत दी थी उसमें भी उन्होंने विभाग द्वारा परमिशन मुहैया करा दी है.