पंजाब

आचार संहिता के बीच निगम निकालने जा रहा टेंडर, राठौर बोले- पंचायत चुनाव प्रभावित कर रही कांग्रेस, विरोध करेगी भाजपा

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नीरज सिसौदिया, जालंधर
अपने लगभग डेढ़ साल से भी अधिक के कार्यकाल में जिले में विकास कार्य कराने में नाकाम रही कांग्रेस पंचायत चुनाव को भुनाने के लिए अब शहर में विकास की टेंडर निकालकर वोट हथियाने की तैयारी में जुट गई है| पंचायत चुनाव को प्रभावित करने के उद्देश्य से आज नगर निगम जालंधर की ओर से 36 वार्डों के लिए कुल 12 टेंडर जारी करने की तैयारी की जा रही हैं| इसमें ओएंडएम से लेकर अन्य विभिन्न कार्यों के टेंडर शामिल किए गए हैं| वहीं भाजपा के प्रदेश महासचिव और जालंधर के पूर्व मेयर राकेश राठौर ने इसे गलत ठहराया है|
बता दें कि नगर निगम की ओर से 36 वार्डों के लिए 12 टेंडर वेबसाइट पर अपलोड किए जाने हैं| इन 36 वार्डों में कुछ टेंडर ऐसे उन वार्डों के शामिल किए गए हैं जो कि पंचायतों की सीमा से लगते हैं। पिछले लगभग डेढ़ साल से भी अधिक के समय में कांग्रेस सरकार जालंधर जिले में विकास के नाम पर कोई भी बड़ी उपलब्धि हासिल नहीं कर सकी है| ऐसे में पंचायत चुनाव बनाने के लिए उसके हाथ में कोई भी उपलब्धि नहीं है| विकास ना होने के चलते पूरे जिले में कांग्रेस की छवि धूमिल हो रही है| अपनी इसी धूमिल होती छवि को छुपाने और पंचायत चुनाव में उदाहरण के तौर पर उपलब्धियों को गिनाने के लिए कांग्रेस ने नया खेल खेला है। आनन फानन में 36 वार्डों के लिए 12 टेंडर पूरे कर दिए गए हैं| भले ही यह टेंडर शहर के लिए हों लेकिन इनका असर निश्चित तौर पर पंचायत चुनाव पर पड़ेगा|
निर्वाचन अधिकारियों का कहना है कि नगर निगम पर आचार संहिता लागू नहीं होती लेकिन चुनावी विशेषज्ञों की मानें तो भले ही नगर निगम पर चुनाव आचार संहिता लागू हो या ना हो लेकिन पंचायत चुनाव अवश्य प्रभावित होंगे| विकास कार्य कराने में पिछड़ी कांग्रेस अपना उल्लू सीधा करने के लिए यह सारा खेल खेल रही है|
इस संबंध में पंजाब भाजपा के प्रदेश महासचिव राकेश राठौर ने कहा कि प्रदेश भर में पंचायत चुनाव को लेकर आचार संहिता लागू है| अगर निर्वाचन अधिकारी कह रहे हैं कि नगर निगम पर आचार संहिता लागू नहीं होती तो भले ही इसका कोई कानूनी पक्ष हो लेकिन ऐन चुनाव से पहले टेंडर जारी कर कांग्रेस चुनाव को प्रभावित करना चाहती है यह जगजाहिर हो चुका है| कायदा यही कहता है कि आचार संहिता लागू होने के बाद किसी भी विकास कार्य के लिए टेंडर नहीं निकाले जा सकते हैं| राठौर कहते हैं कि पंजाब सरकार विकास कार्य कराने में पूरी तरह से नाकाम रही है| इसलिए अब वह आचार संहिता लागू होने के बाद शहरों में टेंडर निकालकर गांव की सत्ता हथियाना चाहती है| नगर निगम के इस कदम से पंचायत चुनाव अवश्य प्रभावित होंगे| ऐसे समय पर टेंडर निकालना एकदम गलत होगा। हम कांग्रेस के नापाक इरादे कामयाब नहीं होने देंगे और ना ही जनता को गुमराह करने देंगे| राठौर ने कहा कि इस मुद्दे को प्रमुखता से उठाया जाएगा।
वहीं इस संबंध में भारतीय जनता पार्टी के देहाती जालंधर जिला प्रधान अमरजीत सिंह अमरी ने कहा कि 2 साल में तो कांग्रेस विकास के नाम पर एक ईंट का पत्थर भी नहीं रख पाई है और अब जबकि पंचायत चुनाव आ गए हैं तो लोगों को बेवकूफ बनाने में लगी हुई है| ठीक उसी तरह जिस तरह से विधानसभा चुनाव में कैप्टन अमरिंदर सिंह ने जनता को बेवकूफ बनाया था यह कहकर कि वह सत्ता में आते ही पंजाब को नशा मुक्त कर देंगे| ना ही कांग्रेस सरकार पंजाब को नशा मुक्त कर पाई और ना ही विकास कार्य करा पाई| अब टेंडर निकाल कर जनता को फिर से बेवकूफ बनाने की तैयारी में लगी हुई है लेकिन जनता बार-बार बेवकूफ नहीं बनने वाली| उन्होंने कहा कि यह बिल्कुल गलत है और इस संबंध में हम अपने प्रदेश अध्यक्ष से सलाह करके जो भी कानूनी कार्यवाही बनती होगी वह करेंगे|

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