नीरज सिसौदिया, जालंधर
कैप्टन अमरिंदर सिंह के नशा मुक्त पर पलट वार करते हुए पंडित दीनदयाल उपाध्याय स्मृति मंच के पंजाब प्रधान किशनलाल शर्मा ने कैप्टन सरकार को लंबे हाथ लेते हुए कहा कि जब से पंजाब में कांग्रेस सरकार आई है। पंजाब की हर गली हर मुहल्ले में नशा बिक रहा है।जालंधर तो नशे का गढ़ बन गया है ।किशनलाल शर्मा ने कहा कि जालन्धर में पुलिस मुलाजिमों और कुछ प्रभावशाली सत्ताधारी नेताओं की शह से गली गली में शराब बिक रही है और सट्टेबाज सट्टे की दुकानें चला रहे हैं। कैप्टन अपने जिन नेताओं के बदौलत पंजाब को नशा मुक्त करना चाहते है उनके यह नेता सट्टेबाजों से 20000 महीना लेते है।किशनलाल शर्मा ने कहा की लोकसभा के चुनाव नजदीक आते ही कैप्टन को पंजाब में नशा दिखने लगा है ।उन्होंने कहा कि कैप्टन सरकार को बने दो साल का समय हो चुका है, लेकिन सरकार द्वारा चुनावों के दौरान किया गया कोई भी वायदा पूरा नहीं किया गया। कैप्टन सरकार द्वारा चार सप्ताह में पंजाब से नशा खत्म देने के दावे किए थे, जोकि मात्र चुनावी स्टंट ही साबित हुए हैं, जबकि नशों के कारण हर रोज युवा अपनी जानें गंवा रहे हैं।
किशनलाल शर्मा ने कहा की सत्ता में आने से पहले कैप्टन ने पंजाब की जनता से 9 वादे किया थे जिसमें किसानों की कर्ज़ा-कुर्की ख़त्म, फ़सल की पूरी रकम,घर घर नौकरी, 2500 रुपये बेरोजगारी भत्ता,नौजवानों को स्मार्टफ़ोन,चार हफ़्ते में नशा ख़त्म,माफ़िया राज खत्म होगा,बेघर दलितों को घर,सरकारी कर्मचारियों का ख्याल,
आटा दाल के साथ चीनी चाय, इसके इलावा बुजुर्गों, विधवाओं और विकलांगों की पेंशन को 1500 रुपये करने का वादा किया गया था लेकिन पहले से मिल रहे 500 रुपये पेंशन भी लगातार नहीं मिल पा रही थी. । किशनलाल शर्मा ने कहा की जब तक नशे को शह देने वाले पंजाब पुलिस के मुलाजिम और राजनीतिक लोगो पर कैप्टन सरकार नकेल नही कसती तब तक पंजाब नशा मुक्त नही हो सकता। किशनलाल शर्मा ने कहा की कैप्टन अगर पंजाब को सच में नशा मुक्त करना चाहते है तो नशे को चनावी मुद्दे को छोड़ पंजाब पुलिस के मुलाजिम और नशे की तस्करी करने वाले नेताओं पर कार्यवाही करे।