बिट्टू ओबरॉय, जालंधर
मकसूदां में जिंदा रोड पर प्रतिबंधित क्षेत्र में लगभग एक दर्जन से भी अधिक अवैध दुकानों का निर्माण किया जा रहा है लेकिन नगर निगम के अधिकारी इसके खिलाफ कोई भी कार्रवाई करने को तैयार नहीं हैं.
इसके अलावा चौक पर भी सरकारी जमीन पर लगभग आधा दर्जन दुकानें अवैध रूप से तैयार की जा रही हैं.
बता दें कि यहां सेना का ऑर्डिनेंस डिपो है जिसके आसपास प्रतिबंधित क्षेत्र में कोई भी निर्माण कार्य नहीं किया जा सकता. इसके बावजूद यहां सेना की सुरक्षा को ताक पर रखकर अवैध दुकानों का निर्माण किया जा रहा है. निगम अधिकारियों की ओर से यहां से रिश्वत की मोटी रकम लेकर दुकानदारों काे अवैध निर्माण की खुली छूट दी गई है. अपनी गर्दन बचाने के लिये निगम के बिल्डिंग इंस्पेक्टर नीरज शर्मा ने चालान कर खानापूर्ति जरूर कर दी है.
एक तरफ तो सरहद पर हमारे जवान शहीद हो रहे हैं और दूसरी तरफ ऐसे अवैध निर्माण कर सेना की सुरक्षा को भी ताक पर रख दिया गया है. इन अवैध निर्माण की आड़ में यहां कभी भी आतंकी हमला हो सकता है. जैसा कि कुछ समय पूर्व मकसूदां थाने पर हुआ भी था. इसके बावजूद निगम के अफसर मामले की गंभीरता को दरकिनार कर अपनी जेबें भरने में लगे हुए हैं. दुकान निर्माण करवाने वाले कहते हैं कि हमें कोई नहीं रोक सकता. यहां अवैध निर्माण पर कोई कार्रवाई नहीं होनी है. निगम का कोई अफसर यहां कार्रवाई नहीं कर सकता. हम चाहे दुकानें बनाएं या मार्केट हमारे लिये कोई कानून नहीं बना है.