नीरज सिसौदिया, जालंधर
लांबड़ा के पास पड़ते गांव अवैध कॉलोनी के जलने से काटी जा रही है और उसमें प्लॉटों का सौदा किया जा रहा है| कुछ माह पहले ही काटी गई इस कॉलोनी में भवन निर्माण का काम भी शुरू हो चुका है| लगभग 3 से 4 एकड़ में यह कॉलोनी काटी जा रही है| इसके बावजूद पुडा के अधिकारियों ने इस कॉलोनी के खिलाफ कोई भी कार्रवाई करना जरूरी नहीं चलता|
बता दें कि जालंधर से जब नकोदर रोड पर जाते हैं तो कुछ किलोमीटर के बाद लांबड़ा गांव पड़ता है। यहां से थोड़ा सा आगे बढ़ते ही बाएं हाथ को एक गेट पड़ता है| गेट से अंदर लगभग डेढ़ से 2 किलोमीटर की दूरी पर गांव लांबड़ी स्थित है| वहां पर लगभग 3 एकड़ में एक अवैध कॉलोनी काटी गई है| जिसमें पिछले काफी समय से प्लॉटों का सौदा अवैध रूप से किया जा रहा है| सूत्र बताते हैं कि पुडा के अधिकारियों की मिलीभगत से इस पूरे काले कारनामे को अंजाम दिया जा रहा है| यह इलाका जेई सिद्धार्थ मैंगी के कार्य क्षेत्र में आता है| इसके बावजूद अभी तक कॉलोनी के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की गई है|
भ्रष्टाचार को खत्म करने के लिए जेडीए ने एसडीओ से तो चार्ज लेकर जेई को दे दिया है लेकिन अवैध कॉलोनियों का काला कारोबार अभी खत्म होने का नाम नहीं ले रहा| सबसे ज्यादा अवैध कॉलोनियां जालंधर वन जोन में काटी जा रही हैं। अगर इसकी विजिलेंस जांच हो तो कई खुलासे हो सकते हैं|