नीरज सिसौदिया, जालंधर
शास्त्री मार्केट चौक के पास प्राइम लोकेशन पर निगम की सरकारी जमीन पर निगम के ही अधिकारी अवैध कब्जा करवाने में लगे हैं. इस जमीन की कीमत लगभग 50 लाख रुपये बताई जा रही है. अपनी गर्दन बचाने के लिये यहां पर निगम अधिकारियों ने काम रुकवाने का ड्रामा जरूर किया था लेकिन एक बार काम रुकवाने आए बिल्डिंग इंस्पेक्टर ने दोबारा यहां मुड़ कर देखना मुनासिब नहीं समझा. नतीजतन यहां अब लैंटर डाल दिया गया है.
बता दें कि शास्त्री मार्केट चौक के पास स्थित सैनिक रेस्टोरेन्ट के सामने मनी ढाबे के पास नगर निगम की जमीन पर अवैध निर्माण का कार्य पिछले काफी दिनों से चल रहा है. कुछ दिन पहले जब इसकी शिकायत निगम से की गई तो बिल्डिंग इंस्पेक्टर दिनेश जोशी यहां काम रुकवाने गए थे. पुलिस कर्मचारियों को साथ लेकर उन्होंने यहां का काम भी बंद करवा दिया था. लेकिन उनके लौटते ही काम और तेजी से चलने लगा. अब इस सरकारी जमीन पर अवैध रूप से कंस्ट्रक्शन कर लैंटर भी डाल दिया गया है लेकिन निगम अधिकारियों ने अब तक इसके खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की है. यहां के एटीपी को भी इन अवैध निर्माण को रोकने में कोई दिलचस्पी नजर नहीं आ रही है. बहरहाल, नवजोत सिंह सिद्धू के हाथ से स्थानीय निकाय मंत्रालय वापस लिए जाने के बाद अवैध निर्माण करने वालों और अवैध कब्जे करने वालों के हौसले बुलंद हो गए हैं. शहर में जहां धड़ल्ले से अवैध कॉलोनियां काटी जा रही हैं वहीं अब सरकारी जमीनों पर भी अवैध कब्जे होने लगे हैं. ऐसा ही हाल रहा तो वह दिन दूर नहीं जब शहर में निगम के पास अपनी कोई भी खाली जमीन नहीं रह जाएगी. सब पर अवैध कब्जे कर लिए जाएंगे. इस सरकारी जमीन पर अवैध कब्जा करवाने में एटीपी प्रदीप कुमार की मिलीभगत की पुष्टि भी सूत्र करते हैं. इस संबंध में जब एटीपी प्रदीप कुमार से उनका पक्ष जानने का प्रयास किया गया तो उन्होंने फोन नहीं उठाया.