बोकारो थर्मल। रामचंद्र कुमार अंंजाना
कथारा प्रक्षेत्र के सीसीएल गोबिंदपुर-स्वांग सी सीम भूमिगत खदान में शुक्रवार की देर रात चाल धंस गया। चाल धंसने से दो मजदूर घायल हो गए। ओर आठ मजदूर बाल-बाल बच गए। दो घायल मजदूरों का रांची व कथारा स्थित सीसीएल अस्पताल में इलाज चल रहा है। रांची में इलाजरत मजदूर की स्थिति गंभीर बनी हुई है।
घटना के संबंध में बताया जाता है कि शुक्रवार की रात लगभग 11 बजे रघुवर, शिवशंकर सहित नौ मजदूर परियोजना के सीम सी भूमिगत खदान में रात्रि पाली में काम करने अंदर घुसे। घुसने के बाद 15 नंबर फेस के समीप कोयला निकालने के ब्लास्टिंग की गयी। ब्लास्टिंग के बाद टिंबर मिस्त्री ने कार्य करने के लिए खूंटा गया। खूंटा लगाने के बाद सभी मजदूर कार्य करने लगे। इसी बीच खदान का चाल धंस गया। चाल धंसने से सीसीएल के दो पीआरडब्लू मजदूर शिवशंकर व रघुवर उसके चपेट में आ गए। चाल धंसने की आवाज सुनकर महज कुछ दूरी पर काम कर रहें अन्य सात मजदूरों में भगदड़ मच गयी। चाल में दबे मजदूरों की आवाज सूनकर बाकी सात मजदूर वहां पहुंचे और दबे मजदूरों को निकला। निकालने के बाद मजदूरों ने घायल मजदूरों को एक पोल तक टांग कर लें आए थे। तब सीसीएल के अधिकारी पहुंचे। आनन-फानन में घायल दोनों मजदूरों को कथारा स्थित सीसीएल के अस्पताल पहुंचाया गया। जहां घायल मजदूर शिवशंकर को डाक्टरों ने प्राथमिक इलाज कर स्थिति को देखते हुए गांधीनगर रांची अस्पताल रेफर कर दिया। जहां उसकी स्थिति गंभीर बनी हुई। घायल मजदूर का पैर टूट गया है और सिर पर गहरी चोट लगी। दूसरे मजदूर रघुवर को कथारा में इलाज किया जा रहा है। इस घटना से मजदूरों में प्रबंधन के प्रति काफी आक्रोश व्याप्त है। रात्रि पाली में भूमिगत खदान में मजदूरों के अलावा एक भी इंजीनियर या अन्य कोई अधिकारी कार्य पर नहीं थे। जो एक बड़ी प्रबंधकीय लापरवाही उजागर करती है। इधर, खान प्रबंधक आरके पाठक ने कहा कि ब्लास्टिंग हुई थी। उसके कारण कोयला का चाप गिर गया था। जिसमें दो मजदूर घायल हो गए हैं। चाल धंसा नहीं है।