सोहना, संजय राघव
सोहना तहसीलदार पर जल्द ही प्रशासनिक गाज गिरने की सम्भावना है| आरोप है कि तहसीलदार ने प्रतिबंधित क्षेत्र की रजिस्ट्रियां बगैर एनओसी के कर डाली है| जिसकी शिकायत नागरिकों ने सीएम विंडो के माध्यम से मुख्यमंत्री हरियाणा को लिखित रूप में की थी| जिसपर सुनवाई करने के पश्चात एसडीएम सोहना ने उक्त मामले में तहसीलदार सोहना के खिलाफ कार्यवाही करने के लिए उपायुक्त गुरुग्राम को लिखित रूप में सिफारिश की है| ऐसा होने से तहसील कार्यालय में हडकंप व बेचैनी व्याप्त है| मामले में कई अन्य कर्मचारियों पर गाज गिरने की प्रबल सम्भावना है|
विदित है कि सोहना तहसील विभाग अपनी कारगुजारियों को लेकर हमेशा चर्चित रहा है| तहसील में व्याप्त भ्रष्टाचार के कई मामले वर्तमान में भी प्रशासन व सरकार के समक्ष विचाराधीन है| प्रशासन ने सोहना तहसील सर्कल के अंतर्गत आने वाले करीब एक दर्जन गाँवों को प्रतिबंधित एरिया घोषित किया हुआ है|
प्रशासन ने ऐसे गाँवों में धारा 7ए लगाई हुई है| ऐसे गाँवों की रजिस्ट्रियां बगैर एनओसी पंजीकृत करना कानूनन अपराध है| किन्तु बावजूद इसके सोहना तहसील में प्रतिबंधित गाँवों की रजिस्ट्रियां एनओसी के बगैर धड़ल्ले से पंजीकृत की जा रही है| जिसमे तहसील स्टाफ की मिलीभगत शामिल है| उक्त मामले की शिकायत नागरिकों ने जब सीएम विंडो के माध्यम से मुख्यमंत्री को लिखित रूप में की तो अधिकारियों में हडकंप मच गया| उक्त मामले की जाँच का जिम्मा सोहना एसडीएम को सौंपा गया| जिन्होंने मामले में आने के बाद शिकायत को सही करार दिया है. तहसीलदार सोहना के खिलाफ कार्यवाही करने की सिफारिश की है| इस बारे में एसडीएम चिनार चहल ने बताया कि उक्त शिकायत सीएम विंडो के माध्यम से प्राप्त हुई थी| जिसकी जाँच की गई तथा शिकायतकर्ता द्वारा दी गई शिकायत को सही पाया गया है जिसके लिए सोहना तहसीलदार नेहा सहारण के खिलाफ कार्यवाही करने के लिए उपायुक्त गुरुग्राम को सिफारिश की गई है|