नई दिल्ली, एजेंसी
हवस के भूखे भेड़ियों ने एक मासूम के साथ ऐसी दरिंदगी की है जिसे देख इंसानियत की रूह तक कांप उठी. हैवानों ने पहले मासूम के साथ गैंगरेप किया. जब वो मदद के लिए चिल्लाई तो उसकी जीभ काट डाली और लहूलुहान हालत में उसे तड़पता हुआ छोड़कर फरार हो गए. आखिरकार मंगलवार सुबह पीड़िता जिंदगी की जंग हार गई और मौत के आगोश में समा गई.
ने बताया कि गैंगरेप पीड़िता ने मंगलवार सुबह इलाज के दौरान दम तोड़ दिया. इससे पहले आरोपियों ने महिला की गला घोट कर हत्या करने की भी कोशिश की थी. इस दौरान पीड़िता ने खुद को बचाने की जीतोड़ कोशिश की थी. इस पर आरोपियों ने उनकी जीभ तक काट दी थी. इस घटना में वह बुरी तरह जख्मी हो गई थीं. उनकी गंभीर हालत को देखते हुए उन्हें अलीगढ़ से दिल्ली लाया गया. एम्स में उनका इलाज चल रहा था, लेकिन डॉक्टर गैंगरेप पीड़िता को बचा नहीं सके। दिल्ली एम्स रेफर किए जाने से पहले JNMC के सुपरिंटेंडेंट डॉक्टर हैरिस मंजूर खान ने न्यूज एजेंसी PTI को बताया था कि गैंगरेप पीड़िता वेंटिलेटर पर है. अस्पताल के प्रवक्ता ने बताया था कि विक्टिम के दोनों पैर लकवाग्रस्त हो गए थे. इसके अलावा उनका एक हाथ भी आंशिक तौर पर पारालाइज्ड हो गया था. पीडिता की गंभीर हालत को देखते हुए परिजनों ने बेहतर इलाज के लिए दिल्ली में दिखाने की इच्छा व्यक्त की थी, जिसके बाद गैंगरेप विक्टिम को एम्स रेफर कर दिया गया था. हालांकि, उन्हें बचाया नहीं जा सका।
बता दें कि हाथरस के थाना चंदपा क्षेत्र के एक गांव में अपनी मां के साथ खेत पर चारा लेने के लिए गई युवती के साथ गांव के ही दबंगों ने पहले तो दुष्कर्म की वारदात को अंजाम दिया. उसके बाद उसे जान से मारने की कोशिश की, लेकिन युवती के चीखने-चिल्लाने से मौके पर ग्रामीणों को आता देख दबंग वहां से फरार हो गए. इसके बाद पीड़ित युवती के परिजनों ने पुलिस को सूचना दी। सूचना के बाद मौके पर पहुंची पुलिस ने गंभीर रूप से घायल युवती को अलीगढ़ के मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया गया था. इससे पहले हाथरस के पुलिस अधीक्षक विक्रांत वीर ने बताया था कि 14 सितंबर को हुये इस सामूहिक दुष्कर्म के मामले में चारों नामजद आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया है. वहीं, पीड़िता के परिजनों का आरोप है कि गांव में ठाकुर जाति के दबंग लोगों ने उन्नाव जैसी जघन्य घटना को दोहराने की बात करते हुए जान से मारने की धमकी दी.