नीरज सिसौदिया, जालंधर
नगर निगम जनता के फंड की बर्बादी किस तरह करता है इसका जीता जागता उदाहरण आज वार्ड नंबर 62 में रॉयल पैलेस मंदिर वाली गली में देखने को मिल रहा है. यहां खुलेआम सही सलामत सड़क को तोड़कर घटिया क्वालिटी की सामग्री से नई सड़क बनवाई जा रही है. इस पूरे काले खेल को स्थानीय पार्षद की कथित तौर पर मिलीभगत से अंजाम दिया जा रहा है. वहीं नगर निगम के भ्रष्ट अधिकारियों की भी कथित मिलीभगत सामने आ रही है. इस पर समाजसेवी दीपक कालिया ने सवाल उठाया है. उन्होंने कहा कि पूरे शहर में सड़कें टूटी पड़ी हैं लेकिन कोई देखने वाला नहीं है और जहां पर सड़क बनी हुई है और बेहतर हालत में है वहां उसे तोड़कर सिर्फ इसलिए बनवाया जा रहा है कि स्थानीय पार्षद और ठेकेदार की जेबें गर्म की जा सकें. कालिया ने इसकी शिकायत आला अधिकारियों से करते हुए कड़ी कार्रवाई की मांग की है.
हैरानी की बात है कि नगर निगम के अधिकारी इस ओर आंखें मूंदे हुए हैं. बीएंडआर डिपार्टमेंट के एसई से लेकर एक्सईएन तक इस काले खेल में शामिल बताए जा रहे हैं. वहीं मेयर जगदीश राज राजा की कार्यशैली पर भी सवालिया निशान खड़े होने लगे हैं. बहरहाल, नगर निगम में कांग्रेस के कार्यकाल के चार साल पूरे होने को हैं लेकिन भ्रष्टाचार का खेल अभी तक खत्म होने का नाम नहीं ले रहा है. उल्टा बढ़ता ही जा रहा है. अधिकारियों से लेकर पार्षद तक निगम को बर्बाद करने में जुटे हुए हैं.