नीरज सिसौदिया, नई दिल्ली
राजयोग के दौरान अगर शासक तानाशाह हो जाए तो उसे नर्क अवश्य झेलना पड़ता है. मोदी सरकार भी कुछ इसी रास्ते पर चल रही है. यह हम नहीं बल्कि विश्व प्रसिद्ध ज्योतिष आचार्य नरेश नाथ कह रहे हैं. किसान आंदोलन से लेकर बैंकों का करोड़ों रुपया डकारने वाले धन कुबेरों को माफी दिलाने तक के सारे खेल को ज्योतिष रत्नाकर नरेश नाथ ने खोलकर रख दिया है. वह कहते हैं कि राजयोग के बाद नर्क कैसे मिलता है इसके 5 उदाहरण हैं. यह राजनीति नहीं है यह कठोर सनातन धर्म है. वह बताते हैं कि कई दिनों की घोर तपस्या के बाद जब माता ब्रह्माणी के सामने देश का भला मांगने के लिए हाथ फैलाए तो वर्तमान समय की सरकार और सत्ता में बैठे प्रधानमंत्री के रूप में निरकुंश व्यक्ति के बारे में माता ब्रह्माणी के ब्रह्म दंड के रूप में यह वाक्य लिखने का आदेश हुआ. वह इसे पांच भागों में कारण सहित स्पष्ट करते हैं.
1. माननीय प्रधानमंत्री जी कहते हैं कि मैं ऐसा ही हूं कि करके बताता हूं उन्होंने यह काम कई मुद्दों पर किया यह छत्रिय धर्म के राजाओं का काम था क्षत्रियों में रजोगुण होता है यानी राजा का धर्म होता है माननीय प्रधानमंत्री जी किसी राज परिवार से नहीं है इसलिए रजोगुण का प्रयोग करना उनके अधिकार क्षेत्र में नहीं आता है जो धर्म कहता है इसलिए यह दंडनीय अपराध है.
इसका फलादेश यह होगा कि 84 लाख योनि में जाएंगे अधिक समय आपको शक्तिशाली प्राणियों द्वारा प्रताड़ना मिलती रहेगी.
2. माननीय प्रधानमंत्री जी स्वयं को योगी की भांति अकेला बता रहे हैं जिसे किसी भी मोह माया का कोई लालच नहीं है अपने भाई बंधुओं एवं माता तक को अपने पद का लाभ देना नहीं चाहते हैं यह दुनिया के सामने दिखावा है आप छलावा की नीति अपना रहे हैं भाई माता के अतिरिक्त आपने अपने बंधु बंधुओं के रूप में कुछ कंपनियों को खड़ा कर लिया है उनसे आप के विशेष संबंध हैं एक कंपनी को आपने न्याय को ताक पर रखकर देश सेवा के रूप में 1 साल के लिए फ्री डाटा देने के लिए अधिकार दे दिए परिणाम स्वरूप देश की दूसरी मोबाइल कंपनियां कंगाल हो गई बाद में उसी कंपनी को 6000 करोड़ का लाभ हुआ इसी तरह आपने पब्लिक प्रॉपर्टी को अपने चुनिंदा दोस्तों में भाड़े पर दे दिया और उससे उनको करोड़ों अरबों का लाभ हुआ और हो रहा है इसका मतलब केवल आपने खून के रिश्ते को लाभ देना आपकी निजी जिंदगी है परंतु आप अपने दोस्तों के रूप में देश की चुनिंदा कंपनियों के लोगों को लाभ देकर उन्हें इस स्थिति में पहुंचा रहे हैं कि वे देश को ही खरीद जाए और खा जाए यह राजद्रोह है.
फलादेश जो व्यक्ति देश और जनता के नाम पर प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष रूप से लूट करता है. सत्ता के लालच में इस तरह का घृणित काम करता है वह कई जन्मों तक बोझा ढोने वाले जानवर के रूप में जन्म लेता है और कई व्यक्तियों द्वारा कोड़े खा खा कर इस पाप का प्रायश्चित करता रहता है तब भी कोई कुदरत उसको माफ नहीं करती है. पुराणों में इंद्र द्वारा ऐसा छल करने पर उसे कई हजार साल तक इंद्र के पद से दूर रखा गया और उसे भारी प्रताड़ना दी गई.
3. बड़ी कंपनियों को बहुत सस्ते दाम पर अनाज और सब्जी पहुंचाने के लिए आपने बिना डिस्कशन के कृषि बिल पास करवा दिए आज किसान ₹2 किलो आलू बेच रहा है जिससे उसकी लागत भी पूरी नहीं होती और उसी अालू को देश का व्यापारी ₹2 में खरीद कर चिप्स बना कर ₹200 किलो हमारी ही जनता को बेच रहा है जो व्यक्ति भूमि और भूमि से अनाज पैदा करने वाले से गद्दारी करता है उसका प्रतिफल यह है कि अपनी जन्मभूमि से गद्दारी करने वाले व्यक्तियों के लिए कहा गया है कि धरती और धरती के नीचे 22 लाख योनि वास करती है ऐसा व्यक्ति 22 लाख योनि को प्राप्त होता है और बार-बार प्राणियों द्वारा उसका सर कुचला जाता है और उसे भयानक मृत्यु प्राप्त होती है.
4. विदेशों में तेल के दाम बहुत कम हो गए. आप इसी तेल की वजह से बहुत सारे पब्लिक प्रोटेस्ट करके सड़कों पर ड्रामा करके संसद तक पहुंचे हैं आज वही तेल किसी भी वक्त ₹100 तक पहुंच सकता है आपने सीधे ही कह दिया यह मार्केट के अनुसार है.आपने किसी भी तरह जनता को सस्ता तेल देने का वादा पूरा नहीं किया उल्टा उससे राजस्व के रूप में सरकार का और मुनाफा बढ़वा दिया.
यम संहिता के मुताबिक जो व्यक्ति तेल में मुनाफा खोरी और उससे जनता को लूट करता है उसे यम के तेल के कढ़ाई में तला जाता है 1 लाख योनि तक वह जीवात्मा तपते तेल के कढ़ाई में असहनीय कष्ट को प्राप्त होती है
5. अपने देश की जनता को समान दृष्टि से देखने का ढोंग किया है आपकी प्रभु सत्ता में देश के बैंक आपकी सरकार द्वारा 170000 करोड़ रुपए के अनुदान को लेकर जनता को देने वाला ब्याज कम कर दिया 5.4 परसेंट तक ले आए जिससे मध्यम वर्ग के व्याज रूपी इनकम का साधन तोड़ दियाऔर वह पैसा बड़ी कंपनियों के ऋण माफी में लगा लिया गया है जबकि आप की सरकार ने यह पैसा मध्यमवर्ग को आठ परसेंट रेट ऑफ इंटरेस्ट देने के वादे के साथ और लोन पर ब्याज कम करने के लिए डिफरेंस के रूप में बैंकों को होने वाले नुकसान के प्रति फल के रूप में दिया था। यानी अमीर देश का पैसा खाकर और अमीर हो रहा है मध्यमवर्ग को रोटी खाने के लाले पड़ रहे हैं गरीब को आप मुफ्त में राशन दे रहे हो ताकि वह आपका वोट बैंक है यह घृणित राजनीति है.
प्रतिफल आप एक अंधे अधिकारी के रूप में काम कर रहे हैं इसीलिए कुदरत आपको इस जन्म से लेकर कई जन्मों तक अंधे के रूप में पैदा करेगी और आप दर-दर ठोकरें खाकर पैसा मांगेंगे ताकि आप को दो वक्त की रोटी मिल सके.
नरेश नाथ कहते हैं कि उनका यह लेख प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के लिए ही नहीं है अपितु हर उस केंद्रीय मंत्री, मुख्यमंत्री राज्यमंत्री कमिश्नर, थानाधिकारी तक के लिए है जो अपना पाप का घड़ा भरने में कोई कसर नहीं छोड़ रहे हैं तो यह गुरु गोरखनाथ गद्दी आप सभी को गुरु गोरखनाथ की उपस्थिति में माता ब्रह्माणी के रूप में उपरोक्त दिए गए श्राप के साथ आने वाले समय के लिए सावधान करती है. आप जितना मर्जी पाप का घड़ा भर लो यह आपके अपने ही शरीर और परिजनों पर ही टूटेगा.
गुरु गोरखनाथ जी की संहिता के अनुसार कई और पाप प्रधानमंत्री से लेकर थानाधिकारी तक हो रहे हैं. आज से आप सबको गुरु गोरखनाथ का आदेश है कि आपके दुष्कर्म का तुरंत प्रतिफल कुदरत देना शुरू कर देगी.
Facebook Comments