नीरज सिसौदिया, जालंधर
जालंधर विकास प्राधिकरण के दायरे में आने वाले इलाकों में अवैध कॉलोनियों का काला कारोबार धड़ल्ले से चल रहा है। प्रदेश भर में भले ही रजिस्ट्री पर रोक लगी हो मगर अवैध कॉलोनियों के काले कारोबार पर रोक नहीं लग सकी है। कॉलोनाइजर खुलेआम अवैध कॉलोनियां काटने में लगे हैं। ताजा मामला दसूहा – हाजीपुर रोड का है। यहां कैम्ब्रिज स्कूल के लगभग ढाई सौ से तीन सौ मीटर की दूरी पर एक अवैध कॉलोनी काटी जा रही है। लगभग 6-7 एकड़ में काटी जा रही इस कॉलोनी में सभी नियमों को ताक पर रखा गया है। सूत्र बताते हैं कि अब तैयारी यह है कि प्लॉटों की एनओसी लेकर उनका सौदा कर दिया जाए। सूत्र यह भी कहते हैं कि उक्त कॉलोनी के कुछ प्लॉटों का सौदा हो भी चुका है।
ऐसा नहीं है कि इस अवैध कॉलोनी के बारे में पुडा के अधिकारियों को कोई जानकारी नहीं है। पुडा के अधिकारी इस कॉलोनी के बारे में जानते भी हैं और इस कॉलोनी को अवैध मानते भी हैं। इसके बावजूद इस कॉलोनी को डिमॉलिश क्यों नहीं किया जा रहा? इस संबंध में पूछने पर जेडीए के एसडीओ अशोक कहते हैं कि दसूहा-हाजीपुर रोड पर उनके कार्यक्षेत्र में सिर्फ यही एकमात्र अवैध कॉलोनी काटी जा रही है। इस संबंध में कॉलोनाइजर को नोटिस भेजे जा चुके हैं। 16 अप्रैल तक कॉलोनाइजर खुद ही कॉलोनी खत्म कर देगा। साथ ही लिखित में देगा कि उसने इस कॉलोनी को खत्म कर दिया है। अगर वह ऐसा नहीं करता है तो उसकी कॉलोनी को विभाग द्वारा डिमॉलिश कर दिया जाएगा। इस कॉलोनी पर कार्रवाई जरूर की जाएगी।
एक तरफ जहां एसडीओ कॉलोनी को डिमॉलिश करने की बात कह रहे हैं वहीं दूसरी तरफ कॉलोनाइजर ने कॉलोनी के निर्माण का कार्य दोगुनी रफ्तार से करना शुरू कर दिया है। रविवार के दिन भी वहां ज्यादा मजदूर लगाकर कार्य कराया जा रहा था। बहरहाल, पुडा के अधिकारी अन्य कॉलोनियों की तरह इस कॉलोनी को भी संरक्षित करते हैं या फिर कार्रवाई करते हैं, इसका पता तो 16 अप्रैल के बाद ही चलोगा।