नीरज सिसौदिया, गोला गोकर्णनाथ
भाजपा विधायक अरविंद गिरि के आकस्मिक निधन से खाली हुई उत्तर प्रदेश विधानसभा की गोला गोकर्णनाथ सीट के लिए हो रहे उपचुनाव में आगामी तीन नवंबर को मतदान होना है। इस सीट पर समाजवादी पार्टी और भारतीय जनता पाअर्भ् के बीच कड़ा मुकाबला है। भाजपा ने जहां वंशवाद की राजनीति को आगे बढ़ाते हुए सभी कर्मठ कार्यकर्ताओं को दरकिनार कर स्व. अरविंद गिरि के पुत्र अमन गिरि पर भरोसा जताया है वहीं, समाजवादी पार्टी की ओर से एक बार फिर पूर्व विधायक विनय तिवारी मैदान में हैं। शुक्रवार को नामांकन का अंतिम दिन था। अब तक कुल सात लोगों ने पर्चा दाखिल किया है। भारतीय जनता पार्टी और समाजवादी पार्टी दोनों ही दलों ने अपने स्टार प्रचारकों की सूची जारी कर दी है। इसमें सीएम योगी आदित्यनाथ सहित कई मंत्रियों को शामिल किया गया है। भाजपा ने इस बार विवादों के चलते केंद्रीय मंत्री अजय टेनी का नाम स्टार प्रचारकों की सूची में नहीं डाला है। वहीं, समाजवादी पार्टी ने दिग्गज नेता पूर्व मंत्री एवं मौजूदा विधायक अता उर रहमान को स्टार प्रचारकों में शामिल किया है। सपा संस्थापक मुलायम सिंह यादव के निधन की वजह से पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव इस उपचुनाव में सक्रिय भागीदारी नहीं निभा पा रहे हैं। लेकिन पार्टी यहां मजबूत स्थिति में नजर आ रही है। पार्टी के स्टार प्रचारक अता उर रहमान ने यहां अपनी पूरी ताकत झोंक दी है।
अता उर रहमान बरेली जिले की बहेड़ी सीट से मौजूदा विधायक हैं। उन्होंने यूपी सरकार के मौजूदा मंत्री से विपरीत परिस्थितियों के बावजूद यह सीट हासिल करने में सफलता हासिल की है। उनकी इसी राजनीतिक समझ के चलते पार्टी ने उन्हें स्टार प्रचारकों की सूची में शामिल किया है। अता उर रहमान ने चुनाव को लेकर गोला गोकर्णनाथ विधानसभा क्षेत्र का दौरा किया। उनके साथ बरेली के वरिष्ठ सपा नेता इंजीनियर अनीस अहमद खान भी थे। दोनों नेताओं ने कार्यकर्ताओं के साथ बैठकें कर उनमें नए जोश का संचार किया। कांग्रेस ने इस सीट से कोई उम्मीदवार नहीं उतारा है।
इंजीनियर अनीस अहमद खां ने बताया कि पार्टी प्रत्याशी विनय तिवारी मजबूत स्थिति में हैं। पार्टी के प्रति लोगों का रुझान देखने को मिल रहा है। उन्होंने बताया कि पूर्व मंत्री अता उर रहमान ने पार्टी प्रत्याशी और कार्यकर्ताओं के साथ बैठकें करके पूरी मजबूती के साथ चुनाव लड़ने का आह्वान किया है। पार्टी कार्यकर्ता काफी उत्साहित हैं।
उन्होंने बताया कि पूर्व विधायक विनय तिवारी ने वर्ष 2012 में इसी सीट से जीत हासिल की थी। अपने कार्यकाल के दौरान उन्होंने यहां विकास के कई कार्य किए जिसके कारण क्षेत्र की जनता उन्हें पसंद करती है। अगर सरकारी मशीनरी का दुरुपयोग नहीं हुआ तो निश्चित तौर पर पार्टी की जीत तय है।
बता दें कि इस सीट पर तीन नवंबर को मतदान होना है और छह नवंबर को मतगणना होगी। इसी दिन महाराष्ट्र, बिहार, हरियाणा, तेलंगाना और ओडिशा के उपचुनावों का भी परिणाम