नीरज सिसौदिया, बरेली
भाजपा के पूर्व जिला अध्यक्ष राजकुमार शर्मा और भाजपा नेता दक्ष शर्मा ने लेखक राजेश शर्मा पर हिन्दू देवी देवताओं के अपमान का आरोप लगाया है। उन्होंने मामले की शिकायत पुलिस से करते हुए राजेश शर्मा के खिलाफ एफआईआर दर्ज करने की मांग की है।
भारतीय जनता पार्टी के पूर्व जिलाध्यक्ष व राज्य उपभोक्ता सहकारी संघ लिमिटेड के निदेशक राजकुमार शर्मा व राज्य औधानिक विपणन सहकारी संघ लिमिटेड के निदेशक दक्ष शर्मा ने पुलिस को इस आपत्तिजनक मामले की शिकायत की है। दोनों भाजपा नेताओं ने आज प्रधानमंत्री व मुख्यमंत्री को यह शिकायत भेजी है, साथ ही वरिष्ठ अधिकारियों को भी अवगत करा दिया है। साथ ही कोतवाली पुलिस को लिखित में शिकायत भी की है।
भाजपा नेताओं का कहना है कि यह आदमी खुद को लेखक बताता है लेकिन लेखन के नाम पर बेहूदी और घटिया बातें करता है। इसने 19 अक्टूबर को अपनी एक पोस्ट को शेयर करते हुए उसमें हिंदू धर्म के खिलाफ बेहद आपत्तिजनक टिप्पणियां की हैं – इसमें लाखों करोड़ों हिंदुओं के आराध्य भगवान श्रीराम के पूज्य पिता राजा दशरथ जी की बीड़ी पीने जैसी निर्लज्ज और अशोभनीय टिप्पणियां की गई हैं। प्रभु श्री राम के भाई श्री भरत, लक्ष्मण और शत्रुघ्न व माता सीता जी के लिए भी गंदी, अभद्र व अपमानजनक भाषा का प्रयोग किया गया है। जिसको इस रूप में लिखा भी नहीं जा सकता है।
शिकायत में कहा गया है कि एक तरफ देश के प्रधानमंत्री माननीय नरेन्द्र मोदी व मुख्यमंत्री माननीय योगी आदित्यनाथ देश की अस्मिता और गौरव को संजोने और उसको संरक्षित करने का काम कर रहे हैं, दूसरी तरफ ऐसी नीच मानसिकता के लोग हैं जो समाज में लाखों करोड़ों जनमानस की भावनाओं से खिलवाड़ करने का काम कर रहे हैं।
प्रतिनिधिमंडल का कहना है कि आस्था पर ऐसी चोट पहुंचाने वाले इस कथित लेखक डा. राजेश शर्मा को तत्काल जेल भेजा जाये तथा इसके खिलाफ ऐसी कड़ी कार्रवाई की जाये कि वह भविष्य़ में कभी ऐसा कुछ करने के बारे में सोच भी न सके। पुलिस अधिकारियों ने इस मसले को गंभीरता से देखने तथा कार्रवाई करने का आश्वासन दिया है। प्रतिनिधिमंडल में शामिल भाजपा नेताओं ने बताया कि इस तरह के गंभीर मामले को उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी जी को भी भेज दिया गया है, तथा जल्द ही उनका संगठन विधिसम्मत तरीके से ऐसे लोगों के खिलाफ बहिष्कार तथा विरोध करने का कार्यक्रम चलायेगा।