पूजा सामंत, मुंबई
भोजपुरी लोकगीत और भोजपुरी विधा के गीतों फिर से लोगों के बीच लाने का अथक प्रयास वर्ल्डवाइड रिकॉर्ड्स म्यूजिक कंपनी के एमडी रत्नाकर कुमार कर रहे हैं, जिससे एक से बढ़कर एक खाँटी भोजपुरी लोकगीत आजकल सुनने को मिल रहा है। उनकी सोच को वाकई सलाम है। उनका मानना है कि भोजपुरी से जुड़े हर विधा के गीत-गवनही आज की युवा पीढ़ी भी सुने और जाने। इसी क्रम में पॉपुलर सिंगर खुशी कक्कर की मधुर आवाज में गाया हुआ बहुत ही प्यारा बिरह लोकगीत ‘सइयाँ बिना सून लागे’ वर्ल्डवाइड रिकॉर्ड्स भोजपुरी के ऑफिसियल यूट्यूब चैनल पर रिलीज किया गया है।
इस लोकगीत का मर्म यह है कि एक युवा पत्नी का पति रोजी-रोटी कमाने के लिए परदेस चला जाता है, जिसके बिरह में पत्नी लवली काजल का मन बहुत उदास है, उसे कुछ भी अच्छा नहीं लग रहा है। वह बहुत व्यथित है। उसकी उदासी और बेकरारी की वजह उसकी ननद पूछती है तो लवली काजल बिरह वेदना के साथ बताती है कि ‘गइले जबसे बहरा राजा तरसेला मनवा ननदो… सइयाँ बिना सून लागे घरवा अँगनवा ननदो…’
लिंकः https://youtu.be/mTfL-plw9x8?si=ft31XuCFC2IimWeW
वर्ल्डवाइड रिकॉर्ड्स प्रस्तुत बहुत ही शानदार भोजपुरी लोकगीत ‘सइयाँ बिना सून लागे” का वीडियो काफी बेहतरीन बनाया गया है। इसका लोकेशन और मेकिंग देखते ही बनता है। सिंगर खुशी कक्कर ने इस गाने को गाकर जहां मन मोह लिया है, वहीं एक्ट्रेस लवली काजल ने काली साड़ी पहने, अदा का जलवा बिखेर कर बिजली गिराई है। गाने ऑडियो जितना कर्णप्रिय है, वहीं इसका वीडियो बार बार देखने लायक है। इस गाने के पीआरओ ब्रजेश मेहर हैं। इस गाने को गीतकार यादव राज ने लिखा है, संगीतकार भी यादव राज ही हैं। वीडियो निर्देशक रवि पंडित, कोरियोग्राफर रौनक शाह, एडिटर दीपक पंडित हैं। डीआई रोहित सिंह ने किया है। इस गाने का आल राइट्स वर्ल्डवाइड रिकॉर्ड्स के पास है।