केंद्र में नरेंद्र मोदी सरकार बनने के बाद भाजपा ने जीते दोगुने से भी अधिक राज्य
2014 में सिर्फ 7 राज्यों में थी एनडीए की सरकार
अब 16 राज्यों पर काबिज हो चुकी है भाजपा
2018 में 21 राज्यों की सत्ता में आ चुका था एनडीए
नीरज सिसौदिया, नई दिल्ली
लोकसभा का सेमीफाइनल माने जा रहे विधानसभा चुनाव में भारतीय जनता पार्टी ने परचम लहरा दिया है। भाजपा ने चार में से तीन राज्यों (मध्य प्रदेश, राजस्थान और छत्तीसगढ़) में शानदार जीत हासिल की है। हालांकि, दक्षिण भारतीय राज्य तेलंगाना में उसे कामयाबी नहीं मिली। हालांकि, वर्ष 2018 के मुकाबले यहां भी भाजपा का प्रदर्शन बेहतर रहा। 2018 में भाजपा को 119 सदस्यीय तेलंगाना विधानसभा में मात्र एक सीट मिली थी, वहीं इस बार भाजपा ने नौ सीटों पर जीत हासिल की है। भाजपा के लिए निश्चित तौर पर यह बड़ी उपलब्धि है लेकिन अब भी वह उस मुकाम पर नहीं पहुंच सकी है जो उसने वर्ष 2018 से पहले हासिल किया था।
आंकड़े बताते हैं कि वर्ष 2014 में जब नरेंद्र मोदी पहली बार प्रधानमंत्री बने थे तो उस वक्त सिर्फ सात राज्यों में एनडीए की सरकार थी। उस वक्त कांग्रेस 13 राज्यों पर शासन कर रही थी। वर्ष 2018 तक 21 राज्यों में एनडीए सत्ता में आ चुका था लेकिन दिसम्बर 2019 आते-आते यह आंकड़ा सिमटकर 15 पर आ गया। 2018 के आखिर में मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़ और राजस्थान जैसे बड़े राज्यों में भाजपा सत्ता से बाहर हो गई थी। मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ में तो करीब डेढ़ दशकों से पार्टी का एकछत्र राज था। हालांकि, इसके बाद 2019 के लोकसभा चुनाव में भाजपा ने पहले से भी बड़ी जीत हासिल कर 303 सीटों पर कब्जा जमाया। हालांकि, उसी साल दिसम्बर में झारखंड भी भाजपा के हाथों से निकल गया। अब मध्य प्रदेश, राजस्थान और छत्तीसगढ़ में जीत के बाद एनडीए शासित राज्यों का आंकड़ा 16 पर पहुंच गया है। एक राज्य मिजोरम में भाजपा का सहयोगी एमएनएफ सत्ता में था मगर राज्य में उसका भाजपा के साथ कोई गठबंधन नहीं है।
फिर तीन राज्यों में सिमट गई कांग्रेस
राजस्थान और छत्तीसगढ़ में शिकस्त झेलने के बाद कांग्रेस एक बार फिर तीन राज्यों में सिमट गई है। वह कर्नाटक, हिमाचल प्रदेश और तेलंगाना में ही अपने दम पर सत्ता में है। हालांकि, झारखंड और बिहार में वह सत्तारूढ़ गठबंधन में शामिल है।
2019 के लोकसभा चुनाव के बाद इन राज्यों में जीता एनडीए
राजस्थान, मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़, हरियाणा, उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड, गोवा, मणिपुर, गुजरात, महाराष्ट्र, अरुणाचल प्रदेश, असम, मेघालय, नगालैंड, पुड्डुचेरी, त्रिपुरा
इन राज्यों में मिली हार
आंध्र प्रदेश, झारखंड, ओडिशा, सिक्किम, कर्नाटक, दिल्ली, पंजाब, हिमाचल प्रदेश, तेलंगाना, मिजोरम, छत्तीसगढ़, तमिलनाडु, जम्मू-कश्मीर, केरल, पश्चिम बंगाल, बिहार
दक्षिण में कहीं नहीं एनडीए सरकार
दक्षिण के किसी भी राज्य में अब राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन सत्ता में नहीं है। यहां एकमात्र कर्नाटक में एनडीए की सरकार थी लेकिन विगत चुनाव में कांग्रेस ने बहुमत हासिल कर सरकार बना ली। तेलंगाना चुनाव में एनडीए गठबंधन सत्ता के आसपास भी नहीं पहुंच सका है।
दिल्ली-बंगाल रूट पर सिर्फ यूपी में भाजपा
दिल्ली से बंगाल के रूट की बात करें तो यहां सिर्फ उत्तर प्रदेश में ही भाजपा सत्ता में है। दिल्ली में आम आदमी पार्टी, बिहार में जदयू-राजद, झारखंड में झारखंड मुक्ति मोर्चा-कांग्रेस गठबंधन और पश्चिम बंगाल में तृणमूल कांग्रेस सत्ता में है।
कश्मीर में लटके हैं विधानसभा चुनाव
जम्मू-कश्मीर के विभाजन के बाद अभी नए राज्यों में विधानसभा चुनाव नहीं हुए हैं। यहां फिलहाल राष्ट्रपति शासन लागू है। पिछले विधानसभा चुनाव में जम्मू-कश्मीर में भाजपा को हार का सामना करना पड़ा था।