देश

बंगाल बंद के दौरान बवाल, गोलीबारी, सांसदों, विधायकों सहित 1300 से अधिक भाजपाई हिरासत में, 210 घायल, पढ़ें क्या-क्या हुआ पूरा दिन बंगाल में

Share now

कोलकाता। पश्चिम बंगाल में भारतीय जनता पाटर्ी (भाजपा) की ओर से बुधवार को आहूत 12 घंटे के बंद के दौरान भाजपा और सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) के कार्यकर्ताओं के बीच कई स्थानों पर झड़पें हुईं और बंद के कारण सामान्य जनजीवन आंशिक रूप से प्रभावित हुआ। बंद के दौरान निजी वाहन और टैक्सिया सड़कों से नदारद रहीं, निजी कार्यालयों और शैक्षणिक संस्थानों में कम उपस्थिति दर्ज की गई और कई बाज़ार और व्यावसायिक प्रतिष्ठान बंद रहे। राज्य के कुछ हिस्सों में ट्रेन सेवाएं भी प्रभावित रहीं। सुबह छह बजे से, विभिन्न जिलों से भाजपा और तृणमूल कांग्रेस समर्थकों के बीच झड़प की खबरें आती रहीं, जबकि कलकत्ता उच्च न्यायालय ने बंगाल बंद के खिलाफ याचिका खारिज कर दी। कोलकाता के मुंशी बाज़ार और नादिया जिले और अन्य इलाकों में झड़पें हुईं। राज्य भर में भाजपा के कई नेताओं को हिरासत में लिया गया, जबकि उत्तर 24 परगना के भाजपा नेता प्रियांगु पांडे ने दावा किया कि तृणमूल कांग्रेस समर्थकों ने उनकी कार पर गोली चलाई और बम से हमला किया। बंद की पूर्व संध्या पर ममता बनर्जी सरकार द्वारा दी गई चेतावनी के कारण अधिकांश सरकारी कर्मचारी सामान्य रूप से ड्यूटी पर आए। उत्तर बंगाल राज्य परिवहन निगम (एनबीएसटीसी) ने अपने बस चालकों को सुरक्षा के लिए हेलमेट पहनने की सलाह दी है। बंद की सफलता पर प्रतिद्वंद्वियों के जवाबी दावों के बीच टीएमसी नेता अभिषेक बनर्जी ने कहा कि भाजपा का बंद फ्लॉप रहा। उन्होंने संदेशखली मुद्दे का राजनीतिकरण करने के भाजपा के असफल प्रयासों पर निशाना साधते हुए कहा ‘‘ पश्चिम बंगाल को भाजपा से कुछ सीखने की जरूरत नहीं है। यह मामला भाजपा ने शुरू किया है, लेकिन मैं इसे समाप्त करूंगा और आंदोलन को दिल्ली तक ले जाऊंगा।” उनके पाटर्ी सहयोगी कुणाल घोष ने आरोप लगाया कि लोग बंद में भाग लेने के लिए तैयार नहीं थे। एक अन्य टीएमसी नेता ने आरोप लगाया कि भगवा पाटर्ी के कार्यकर्ताओं ने कुछ शैक्षणिक संस्थानों को जबरन बंद करने की कोशिश की। श्री घोष ने कहा, ‘‘ भाजपा अराजकता फैलाने की कोशिश कर रही है, लेकिन राज्य के अधिकांश हिस्सों में स्थिति सामान्य है।” मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में तृणमूल छात्र परिषद के स्थापना दिवस को आर जी कर मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल उस प्रशिक्षु डॉक्टर को समर्पित किया जो नौ अगस्त को हैवानियत की भेंट चढ़ गयीं। सुश्री बनर्जी ने छात्रों को संबोधित करते हुए केंद्र सरकार को अहंकारी बताया और भाजपा के बंद का विरोध करते हुए इसके पीछे के कारण और उद्देश्य पर सवाल उठाया। उन्होंने भाजपा को झूठ बोलने की आदत वाली पाटर्ी भी बताया और प्रशिक्षु डॉक्टर की हत्या के दोषियों को सख्त सजा देने की मांग की।उन्होंने कहा ‘‘ अगर मुझे अधिकार और शक्ति मिली तो मैं सुनिश्चित करूंगी कि दोषियों को एक सप्ताह के भीतर सजा मिले।” तृणमूल छात्र विंग के सदस्यों द्वारा परिषद के स्थापना दिवस के अवसर पर सेंट्रल कोलकाता के मेयो रोड पर मार्च निकालने के तुरंत बाद उन्होंने कहा ‘‘ सबसे पहले प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के खिलाफ बंद का आयोजन किया जाना चाहिए क्योंकि उन्होंने मणिपुर में हुई घटनाओं के लिए इस्तीफा नहीं दिया।” समानांतर विरोध में, आर जी कर मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल सहित कई मेडिकल कॉलेजों के आंदोलनकारी जूनियर डॉक्टरों ने शहर के पुलिस प्रमुख विनीत गोयल को बर्खास्त करने और कार्यस्थल को सुरक्षित बनाने की मांग की। कई जिलों में सुबह से ही भाजपा समर्थक सड़कों पर लोगों से अपने प्रतिष्ठान बंद करने की अपील करते देखे गए। कुछ टीएमसी कार्यकर्ताओं ने बंद का विरोध करने की कोशिश की जबकि दोनों पक्षों के बीच मामूली झड़पें हुईं।

कोलकाता में 31 वर्षीय प्रशिक्षु डॉक्टर के दुष्कर्म और हत्या के मामले में मंगलवार को राज्य सचिवालय‘नब्बाना अभियान‘ रैली में भाग लेने वालों की पुलिस कारर्वाई और हिरासत के विरोध में बंद का आह्वान किया गया है। भाजपा ने राज्यपाल सी वी आनंद बोस को एक पत्र लिखकर मंगलवार को विरोध प्रदर्शन के दौरान हिरासत में लिए गए और गिरफ्तार किए गए छात्रों को रिहा करने का पुलिस को निर्देश देने का अनुरोध किया। पुलिस ने आज सार्वजनिक जीवन में व्यवधान डालने के आरोप में राज्य भर में कई भाजपा नेताओं और उनके समर्थकों को हिरासत में लिया। भाजपा नेता रूपा गांगुली को कोलकाता के गरियाहाट में हिरासत में लिया गया जब उन्होंने यात्रियों से बंगाल बंद में शामिल होने का आग्रह किया। उन्होंने ट्वीट किया ‘‘ पुलिस इन दिनों इतना बुरा व्यवहार कर रही है, क्या उन्हें शर्म नहीं आती?” कोलकाता में भाजपा नेता लॉकेट चटर्जी और राहुल सिन्हा को श्यामबाजार पांच-बिंदु क्रॉसिंग पर हिरासत में लिया गया और आरएस सांसद समिक भट्टाचार्य को साल्ट लेक में हिरासत में लिया गया। कोलकाता में ऐसी खबरें आ रही हैं कि बंद समर्थकों द्वारा राज्य के कई हिस्सों में रेल पटरियों को अवरुद्ध करने के कारण सामान्य रेल सेवाएं प्रभावित हुई हैं। हुगली में, भाजपा समर्थक एक ट्रेन के इंजन पर चढ़ गए और उसकी विंडशील्ड पर पाटर्ी के झंडे फहराए। सूत्रों ने बताया कि बंद लागू करने के लिए बैरकपुर स्टेशन गए भाजपा नेता कौस्तव बागची को स्टेशन छोड़ने के लिए मजबूर किया गया। भाजपा नेता अग्निमित्रा पॉल ने कहा कि उनकी पाटर्ी के कार्यकर्ता लोगों को बंद का पालन करने के लिए मजबूर नहीं कर रहे हैं। वे केवल बंद में शामिल होने की अपील कर रहे हैं। उत्तर 24 परगना में भाजपा नेता प्रियांगु पांडे ने दावा किया कि टीएमसी के गुंडों ने उनकी कार पर बम फेंके और 6-7 राउंड गोलियां चलाईं। भाजपा नेता ने दावा किया कि इस घटना में दो लोग घायल हो गए। टीएमसी सांसद महुआ मोइत्रा ने भाजपा कार्यकर्ताओं की कथित मनमानी की शिकायत करने के लिए एक्स का सहारा लिया। उन्होंने ट्वीट किया ‘‘ भाजपा के गुंडे आज जबरन हाई स्कूल बंद करवा रहे हैं। ऐसी पाटर्ी से और उम्मीद मत कीजिए जिसके नेता के पास संपूर्ण राजनीति विज्ञान में रहस्यमयी डिग्री है। भाजपा को धन्यवाद, जिसने यह साबित कर दिया कि बंगाल आपसे दूर क्यों रहता है।” साथ ही उन्होंने एक वीडियो भी पोस्ट किया जिसमें कथित तौर पर भाजपा कार्यकर्ता नादिया के रानाघाट में एक हाई स्कूल के गेट पर पाटर्ी का झंडा लगा रहे हैं। राज्य सरकार बंद का विरोध कर रही है और उसने लोगों और सरकारी कर्मचारियों से सामान्य सेवाएं जारी रखने और अपने-अपने कार्यालयों और कार्यस्थलों पर जाने का आह्वान किया है। मुख्यमंत्री के मुख्य सलाहकार अलपन बंदोपाध्याय ने मंगलवार को एक मीडिया कॉन्फ्रेंस में कहा,‘‘हम लोगों से इसमें भाग न लेने का आग्रह करते हैं। यह सुनिश्चित करने के लिए सभी कदम उठाए जाएंगे कि सामान्य जीवन प्रभावित न हो।” कई घरेलू एयरलाइंस ने सड़क यातायात में संभावित व्यवधान के बारे में सलाह जारी की है और उनसे हवाई अड्डों पर पहुंचने के लिए पर्याप्त समय देने का आग्रह किया है।

बलात्कारियों को मौत की सजा दिलाने के लिए बंगाल सरकार मौजूदा कानूनों में संशोधन करेगी : ममता
पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने बुधवार को कहा कि उनकी सरकार की नीति ‘बलात्कार संबंधी घटनाओं को कतई बर्दाश्त न करने’ की है और इन मामलों से संबंधित मौजूदा कानूनों में संशोधन के लिए अगले सप्ताह राज्य विधानसभा में एक विधेयक पारित किया जाएगा, ताकि दुष्कर्म के अपराधियों के लिए मृत्युदंड सुनिश्चित किया जा सके। बनर्जी ने कहा कि यदि राज्यपाल संशोधित विधेयक को मंजूरी देने में देरी करते हैं या इसे अनुमोदन के लिए राष्ट्रपति के पास भेजते हैं तो वह राजभवन के बाहर धरने पर बैठेंगी। मुख्यमंत्री ने कहा कि तृणमूल कांग्रेस राज्य में शनिवार से जमीनी स्तर पर आंदोलन शुरू करेगी, ताकि बलात्कार के दोषियों को मृत्युदंड देने का कानून पारित करने के लिए केंद्र पर दबाव बनाया जा सके। उन्होंने तृणमूल कांग्रेस छात्र परिषद की स्थापना दिवस पर आयोजित रैली में कहा, ‘‘हम अगले सप्ताह विधानसभा के विशेष सत्र में संशोधन विधेयक पारित करेंगे। फिर हम इसे मंजूरी के लिए राज्यपाल के पास भेजेंगे। अगर उन्होंने विधेयक को लटकाए रखा तो हम राजभवन के बाहर धरना देंगे।” बनर्जी ने बंगाल के प्रदर्शनकारी कनिष्ठ चिकित्सकों से भी काम पर लौटने का आग्रह किया। ये चिकित्सक 20 दिन से हड़ताल पर हैं। उन्होंने कहा, ‘‘चिकित्सकों के इस मुद्दे के प्रति शुरू से ही मेरी सहानुभूति रही है, क्योंकि वे अपनी सहकर्मी के लिए न्याय की मांग कर रहे हैं। घटना के इतने दिन बीत जाने के बावजूद हमने उनके खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की। हम आपका दर्द समझते हैं, लेकिन कृपया अब काम पर लौट आएं क्योंकि मरीज परेशान हैं।” बनर्जी ने 12 घंटे के बंद के आह्वान के लिए भाजपा पर तीखा हमला करते हुए कहा, ‘‘उन्होंने (भाजपा ने) बंद का आह्वान किया, क्योंकि वे एक शव से राजनीतिक लाभ चाहते थे। भाजपा एक युवती की मौत के मद्देनजर आम लोगों की भावनाओं का फायदा उठाने की कोशिश कर रही है। वे बंगाल को बदनाम करना चाहते हैं और चिकित्सक की मौत की जांच को पटरी से उतारने की साजिश रच रहे हैं, ताकि पीड़िता और उसके परिवार को न्याय न मिले।” भाजपा ने ‘नबान्न अभियान’ में भाग लेने वाले लोगों के खिलाफ मंगलवार को पुलिस की कार्रवाई के विरोध में बुधवार को ‘बंगाल बंद’ का आह्वान किया। कोलकाता के आरजी कर अस्पताल में एक चिकित्सक के कथित दुष्कर्म और हत्या को लेकर मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के इस्तीफे की मांग के लिए राज्य सचिवालय (नबान्न) तक मार्च निकाला गया था। यह मार्च एक नवगठित छात्र समूह ‘छात्र समाज’ ने आयोजित किया था।

Facebook Comments

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *