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नगर निगम पर फूटा ‘मम्मा बम’, पिछली बोर्ड बैठक के कार्यवृत्त का कर दिया ‘पोस्टमॉर्टम’, सिर्फ हवा-हवाई बनकर रह जाते हैं बोर्ड बैठक में दिए गए आदेश, पढ़ें क्या-क्या आदेश दिए गए थे बोर्ड बैठक में और कैसे भाजपा पार्षद सतीश मम्मा ने उधेड़ीं निगम की बखियां?

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नीरज सिसौदिया, बरेली
नगर निगम बोर्ड की बैठकों में दिए गए आदेशों को बरेली नगर निगम के अधिकारी बिल्कुल भी तवज्जो नहीं दे रहे। इन आदेशों को खुले तौर पर हवा में उड़ाया जा रहा है। इससे नाराज वरिष्ठ भाजपा नेता और पार्षद सतीश चंद्र सक्सेना कातिब उर्फ मम्मा ने विगत बोर्ड बैठक के कार्यवृत्त का ‘पोस्टमॉर्टम’ करते हुए नगर निगम के अधिकारियों से जवाब मांगा है। साथ ही अपने सवालों की प्रति मेयर उमेश गौतम से लेकर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ तक को प्रेषित कर दी है।
नगर आयुक्त को संबोधित अपने पत्र में मम्मा ने लिखा है, ‘नगर निगम कार्यवृत दिनांक 24.09.2024. पूर्वान्हः 11 बजे नगर निगम की सामान्य बैठक पत्रांक – 123 /ननि बोर्ड/2024-25 दिनांक 08.10.2024. के सम्बन्ध में कार्यवृत्त में वर्णित पेज नंबर 4 की लाइन नंबर 15 में प्रकाश प्रभारी ने कहा कि ‘‘जानकारी करके अवगत कराऊंगा’’ (क्या जानकारी प्राप्त कर ली और कब अवगत कराया)। इसी प्रकार इसी पेज के लाइन नं 16, 17, 18 अधोहस्ताक्षरी द्वारा एक सप्ताह के अन्दर सूचना उपलब्ध कराने के निर्देश देने के बावजूद जबाव न देना सबसे गम्भीर समस्या बताई गई तथा निर्देश दिया कि तीन दिन के अन्दर जवाब न आने पर प्रकाश प्रभारी के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी (क्या तीन दिन में मननीय अधिष्ठाता सदन को जवाब दिया जा चुका है? यदि नहीं तो इस पर क्या कार्रवाई की गई)। इसी पृष्ठ में लाईन नंबर 26 अधोहस्ताक्षरी द्वारा रात में बंदर पकड़ने हेतु जाल लगाने के निर्देश दिए गए थे (क्या दिये गये निर्देश का अनुपालन हो रहा है, किस-किस वार्ड में कब-कब रात्रि को जाल लगाया गया और तदोपरान्त कितने बंदर पकड़े गये कृपया अवगत करायें)। इसी पृष्ठ की लाइन नंबक 34, 35, 36 में अधोहस्ताक्षरी ने कहा कि कौन से एक्ट में लिखा है कि शराब की दुकान सील नहीं होगी। अख्तर खां से आपके सारे कर्मचारी मिले हैं, निर्देश दिए गए थे कि टैक्स का पैसा जमा न करने की स्थिति में इसकी दुकान हर हाल में सील की जाएगी (क्या टैक्स का सम्पूर्ण पैसा जमा हो गया? यदि नहीं तो कब दुकान सील की गई)। इसी पृष्ठ के लाइन नंबर 38 में अधोहस्ताक्षरी द्वारा तीन दिवस में सूचना उपलब्ध कराये जाने के निर्देश दिए गए थे (क्या तीन दिन में मननीय अधिष्ठाता सदन को सूचना उपलब्ध कराई गयी यदि करायी गयी है तो उस पत्र की छाया प्रति उपलब्ध कराने का कष्ट करें)।’
मम्मा ने आगे पूछा कि पृष्ठ 5 की लाइन नंबर 5 में संयुक्त नगर आयुक्त ने बताया था कि पन्द्रह दिन का विशेष अभियान चलाकर अवैध होर्डिंग हटाए जाएंगे। अधोहस्ताक्षरी द्वारा अवैध होर्डिग हटवाकर मुझे व माननीय पार्षद को अवगत कराने के निर्देश दिए गए थे (क्या अवैध होर्डिंग हट गए और माननीय अधिष्ठाता सदन एवं माननीय पार्षद को अवगत कराया गया। अगर अवगत कराया गया है तो पत्र की छाया प्रति उपलब्ध कराने का कष्ट करें)।
इसी पृष्ठ की लाइन नं. 22 में अधोहस्ताक्षरी द्वारा अवगत कराया गया कि फर्नीचर का टैन्डर हो गया है अगले महीने में टैंडर खुल जायेगा तथा व्यवस्था सही हो जायेगी (क्या टैंडर खुल गये और किसको ठेका प्राप्त हुआ और व्यवस्था किस दिनांक से सही हो गई)। इसी पृष्ठ की लाइन नं 23, 24 पार्षद सतीश चन्द्र कातिब द्वारा पचास लाख के कामों की जानकारी चाही गयी जिस पर अधोहस्ताक्षरी द्वारा अवगत कराया गया था कि इसकी पत्रावलियां तैयार हो चुकी हैं (इनके टैन्डर किस दिनांक को आमंत्रित किए गए? टैन्डर लिस्ट की छाया प्रति उपलब्ध कराने का कष्ट करें)। इसी पृष्ठ की लाइन नंबक 31 में अधोहस्ताक्षरी द्वारा दस दिन के अन्दर नन्दीशाला तैयार कराकर नन्दियों को शिफ्ट करने के निर्देश दिए गए (क्या नन्दीशाला तैयार हो गयी और समस्त नन्दियों को क्या नन्दीशाला मे शिफ्ट कर दिया गया? यदि किया गया है तो किस किस दिनांक को कितने नन्दीशाला में शिफ्ट किये गये, सम्पूर्ण विवरण के साथ अवगत कराने का कष्ट करें)।
इसी पृष्ठ की लाईन नंबर 34 में पर्यावरण अभियन्ता द्वारा जानकारी इसी पृष्ठ की लाइन नं 35 में दी गयी कि शुल्क के सम्बन्ध में शासन को पत्र भेजा है। इसी पृष्ठ की लाइन नंबर 45 में केवल नवीन कर्मचारी ही सेवायोजन से लिए जाएंगे (क्या इसका अनुपालन हो गया) तथा पृष्ठ संख्या 6 की लाइन नंबर 3 व 4 में कहा गया है कि जितने भी माली इधर-उधर कार्यरत हैं, वापस माली के काम पर लगाये जायेंगे (क्या मालियों को वापस उनके काम पर लगा दिया गया, अगर लगाया है तो किस-किस वार्ड में किस किस माली को लगाया गया है नाम सहित अवगत कराने का कष्ट करें)। इसी पृष्ठ की लाइन नंबर 5 में कहा गया है कि यह नौ माली जहां कहीं लगे हैं उन्हें सात दिन के अन्दर वापस लिया जाये (क्या माली वापस बुला लिये गये और उसके उपरान्त कहां लगाये गये हैं कृपया अवगत कराने का कष्ट करें) तथा इसी पृष्ठ की लाइन नंबर 11, 12, 13 में इसी पार्षद छंगामल मौर्य ने कहा कि कुतुबखाना सब्जी मण्डी पर दो कर्मचारी उगाही पर लगे हैं, एक लाख तीस हजार रुपये वेतन है, 90 हजार आय हो रही है, उप नगर आयुक्त द्वारा अवगत कराया कि तीन बार निविदा करायी गयी परन्तु कोई टैंडर नही आया। अब नीलामी द्वारा इसी सप्ताह ठेका कराया जा रहा है (क्या नीलामी और ठेका हो गया, यदि हो गया तो धनराशि और ठेकेदार का नाम तथा कितनी जमानत राशि जमा की गई, पूर्ण विवरण के साथ साक्ष्य उपलब्ध कराएं)।
इसी पेज की लाइन नंबक 14 व 15 में पार्षद सर्वेश रस्तोगी द्वारा निर्माण स्टोर में सामान पूरा न होना बताया गया तथा यह भी कहा गया कि गैंग की समय सीमा होनी चाहिए (समय सीमा क्या निर्धारित की गयी और अनुपालन पूर्ण रूप से हो रहा है अथवा नहीं?)।
इसके अतिरिक्त मुख्य अभियन्ता द्वारा अवगत कराया गया कि 30 पत्रावलियां अभी री-टैंडर में हैं (पत्रावलियों के रीटैन्डर किस दिनांक को हुए)। इसी पृष्ठ की लाइन नंबर 40, 41 में अधोहस्ताक्षरी द्वारा तीन दिवस में सही जबाव देने तथा इसकी प्रभावी पैरवी माननीय न्यायालय में किये जाने के निर्देश दिये गये (क्या तीन दिवस में उत्तर दे दिया गया और प्रभावी पैरवी करने हेतु माननीय अधिवक्ता को प्रेषित पत्र की छाया प्रति उपलब्ध कराएं)। यदि निर्माण हो रहा है तो नगर आयुक्त के माध्यम से बीडीए को पत्र भेजा जाये (उक्त स्थल पर अवैध निर्माण काफी मात्रा में है। विकास प्राधिकरण, बरेली को अवैध निर्माण हटाने हेतु किस दिन पत्र भेजा गया)।
इसी पृष्ठ की लाईन नंबक 42, 43, 44, 45, 46, 47 व पृष्ठ सं 7 की लाइन नंबर 3 के क्रम में इसी पृष्ठ की लाईन नं 4 में एक सप्ताह में निस्तारण के निर्देश दिये गये (क्या निर्देश का अनुपालन हो गया और निस्तारण सम्बन्धी पत्र माननीय अधिष्ठाता सदन और मुझको उपलब्ध कराएं)।
अधोहस्ताक्षरी ने कहा है कि रजिस्टर्ड कराने पर टैक्स शून्य हो सकता है इस सम्बन्ध में अन्य नगर निगमों से वार्ता कर ली जाये (अन्य निगर निगमों द्वारा वार्ता में क्या निष्कर्ष निकला, इसको स्पष्ट रूप से अवगत कराने का कष्ट करें)।
इसी पृष्ठ की लाइन नंबर 5 नवनिर्मित खाली भवनों पर कर आरोपित नहीं किया जाएगा (क्या इसको अनुपालन हो रहा है)। इसी पेज पर लिखा है कि नियमानुसार सफाई नायकों व सफाई कर्मचारियों का ट्रांसफर सुनिश्चित करें ( इसका अनुपालन सुनिश्चित हुआ अथवा नहीं )।
इसी पेज में कहा है कि अतिक्रमण टीम से टिंकू व विवेक को तत्काल हटाया जाये व नियमानुसार इनके विरूद्ध कार्रवाई भी सुनिश्चित की जाए (क्या कार्रवाई की गयी) तथा पृष्ठ में लिखा है कि मुख्य अभियन्ता, नगर स्वास्थ्य अधिकारी, अतिक्रमण प्रभारी संयुक्त निरीक्षण कर तीस दिन में नाले की सफाई में अवरोधक अतिक्रमण को हटाना सुनिश्चित करें (क्या अनुपालन हो गया)।’
सतीश चन्द्र कातिब ने कहा कि वार्ड 23 इन्द्रा नगर में कितने लोगों का टैक्स जमा हो गया तथा कितने लोगो का बकाया है। जानकारी हो जाये तो जमा कराया जायेगा (इसकी जानकारी मुझे आज तक नहीं दी गयी है)। यह भी कहा गया था कि अतिक्रमण प्रभारी पुलिस बल को साथ लेकर हटवाये (क्या इसका अनुपालन हो गया)। अतिक्रमण प्रभारी से 15 दिन में अतिक्रमण हटवाने को कहा गया था (क्या इसका अनुपालन हो गया)। नगर स्वास्थ्य अधिकारी से पन्द्रह दिन में सफाई सुनिश्चित करने को कहा गया था (क्या इसका अनुपालन हो गया)।
इसमें यह भी कहा गया था कि प्रकाश अधीक्षक मैनेजमैन्ट सिस्टम से मेन रोडों से शुरूआत करें (क्या इसका अनुपालन हो गया)। कहा था कि मुख्य अभियन्ता/प्रकाश अधीक्षक शिकायत के आधार पर पन्द्रह दिन में अवैध तार हटवायें (क्या इसका अनुपालन हो गया) तथा महाप्रबन्धक जल को पन्द्रह दिन में स्वच्छ जल की आपूर्ति सुनिश्चित करने को कहा गया था (क्या इसका अनुपालन हो गया)।
इसी पेज की लाइन नं 38, 39 में कहा गया था कि सूची पन्द्रह दिन में राजस्व विभाग सभी पार्षदों को उपलब्ध करायें (क्या इसका अनुपाल हो गया)।

अमूल के अवैध बूथों का क्या हुआ
बैठक के कार्यवृत्त में कहा गया था कि नगर निगम की जगह पर यदि पराग/अमूल के बूथ लगे हैं तो अवैध बूथों को तीस दिन में हटवायें (क्या इसका अनुपालन हो गया)। यह भी कहा गया था कि अपर नगर आयुक्त 90 दिन में प्रक्रिया पूर्ण करें, कृपया इसी प्रगति से माननीय पार्षदगणों को अवगत कराने का कष्ट करें (क्या इसका अनुपालन हो गया)। इसके अलावा मम्मा ने कई और महत्वपूर्ण बिंदुओं पर भी जवाब मांगा है।
बता दें कि इनमें से लगभग 80% से भी अधिक आदेश ऐसे हैं जिन पर नगर निगम ने कोई अनुपालन नहीं किया है। ऐसे में नगर निगम की बोर्ड बैठक भी महज दिखावा मात्र बनकर रह गई है।

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