नीरज सिसौदिया, नई दिल्ली
महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में बारामती के बाद सबसे हॉट सीट मानी जा रही 171 मानखुर्द शिवाजी नगर विधानसभा सीट पर इस बार चुनावी मुकाबला बेहद दिलचस्प नजर आ रहा है। यही वजह है कि न सिर्फ देशभर की नजर इस सीट पर है बल्कि देशभर के दिग्गज भी यहां अपने-अपने उम्मीदवार के प्रचार के लिए जुटे हुए हैं। इन्हीं में से एक हैं बरेली के वरिष्ठ सपा नेता अब्दुल कय्यूम खां उर्फ मुन्ना।
मुन्ना यहां समाजवादी पार्टी के महाराष्ट्र प्रदेश अध्यक्ष और मानखुर्द शिवाजी नगर विधानसभा सीट से विपक्ष के महा विकास अघाड़ी (एमवीए) गठबंधन के उम्मीदवार अबू आसिम आजमी के लिए प्रचार करने पहुंचे हैं। अबू आजमी और मुन्ना का रिश्ता बहुत पुराना है। 2022 के यूपी विधानसभा चुनाव में जब मुन्ना ने शहर विधानसभा सीट से टिकट की दावेदारी जताई थी तो उनके व्यक्तिगत आमंत्रण पर अबू आजमी बरेली आए थे और रोड शो करने के साथ ही एक विशाल सभा को संबोधित भी किया था। अब मुन्ना उसी एहसान का बदला चुकाने पिछले पांच दिनों से मुंबई की गलियां नाप रहे हैं। वो अपने साथियों के साथ दिन-रात चुनाव प्रचार में लगे हुए हैं।
पिछले पांच दिनों में ऐसी कोई सभा नहीं जिसमें मुन्ना शामिल न हुए हों। साथ ही वह लगातार घर-घर जाकर जनसंपर्क में भी लगे हुए हैं।
मुंबई की इस सबसे हॉट सीट का मिजाज बताते हुए मुन्ना कहते हैं, ‘आजमी साहब यहां से तीन बार चुनाव जीत चुके हैं। उन्होंने इलाके में इतना काम कराया है कि चौथी बार भी उनकी जीत तय है। उन्होंने यहां पानी की समस्या का स्थाई समाधान करने के साथ ही कई स्कूल कॉलेज भी खुलवाए हैं। लोगों को रोजगार मुहैया कराने में भी उनकी अहम भूमिका रही है। यही वजह है कि वो लगातार तीन बार जीत चुके हैं और इस बार भी जीतने वाले हैं।’


अबू आजमी की राह इस बार पहले जैसी आसान नहीं है, उनके खिलाफ एक तरफ तो नवाब मलिक जैसे दिग्गज नेता मैदान में हैं तो दूसरी तरफ मुस्लिम वोटों के बंटवारे के मकसद से मुस्लिम उम्मीदवारों की फौज मैदान में है। इस सीट पर कुल 17 उम्मीदवार मैदान में हैं जिनमें 16 मुस्लिम हैं। एकमात्र हिन्दू उम्मीदवार के रूप में एकनाथ शिंदे नीत शिवसेना ने यहां से वुलेट पाटिल को मैदान में उतारा है। ऐसे में क्या अबू आजमी की जीत मुमकिन हो पाएगी? पूछने पर मुन्ना कहते हैं, ‘नवाब मलिक इस सीट के लिए बाहरी उम्मीदवार हैं। उनकी पारंपरिक सीट से अब उनकी बेटी मैदान में है। नवाब मलिक इस सीट से पहली बार मैदान में हैं। उन्होंने इस सीट को इतना बदनाम कर दिया है कि लोगों में उनके खिलाफ आक्रोश व्याप्त है। दूसरी बात यह कि यहां सत्ताधारी महायुति गठबंधन टूट गया है। महायुति में शामिल अजित पवार की एनसीपी ने नवाब मलिक को उम्मीदवार बनाया है तो वहीं सीएम शिंदे की शिवसेना ने पाटिल को उतारा है। भाजपा यहां नवाब मलिक का विरोध कर रही है। अजित पवार और एकनाथ शिंदे को यहां का हिन्दू गद्दार करार दे रहा है। यहां न तो यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ का ‘बंटेंगे तो कटेंगे’ काम आ रहा है और न ही नवाब मलिक। यहां महायुति खुद ही बंटा हुआ है। इसके विपरीत विपक्ष के एमवीए गठबंधन ने अबू आजमी को अपना उम्मीदवार बनाया है। साथ ही मराठा आरक्षण के मुद्दे पर मराठा भी सत्ताधारी गठबंधन से नाराज हैं। इसलिए इस बार अबू आजमी को शरद पवार, कांग्रेस और उद्धव ठाकरे की शिवसेना के भी वोट मिलेंगे। ऐसे में अबू आजमी को चौथी बार विधानसभा जाने से कोई नहीं रोक सकता।’
रविवार को समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव इस विधानसभा सीट पर एक विशाल रैली करने जा रहे हैं। इसकी चर्चा पूरे महाराष्ट्र में है। जगह-जगह लगे होर्डिंग और बैनर रैली की भव्यता की गवाही दे रहे हैं।
