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पूर्व पीएम मनमोहन सिंह के स्मारक पर विवाद, कांग्रेस-भाजपा में छिड़ी जंग, पढ़ें क्या है पूरा मामला और किसने क्या कहा?

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नीरज सिसौदिया, नई दिल्ली
पूर्व प्रधानमंत्री डॉ मनमोहन सिंह के पार्थिव शरीर के अंतिम संस्कार के लिए एक अलग स्थान आवंटित नहीं किए जाने को लेकर विवाद हो गया है। भारतीय जनता पार्टी और कांग्रेस ने एक-दूसरे पर आरोप लगाए। कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने शनिवार को आरोप लगाया कि पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह का अंतिम संस्कार निगमबोध घाट पर करवाकर वर्तमान सरकार द्वारा उनका (सिंह का) सरासर अपमान किया गया है। भारत में आर्थिक सुधारों के जनक कहे जाने वाले पूर्व वित्त मंत्री और दो बार प्रधानमंत्री रहे मनमोहन सिंह का बृहस्पतिवार को निधन हो गया। वह 92 साल के थे। उनका अंतिम संस्कार आज राजकीय सम्मान के साथ निगमबोध घाट पर किया गया। लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी ने सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर पोस्ट में कहा, ‘‘भारत माता के महान सपूत और सिख समुदाय के पहले प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह जी का अंतिम संस्कार आज निगमबोध घाट पर करवाकर वर्तमान सरकार द्वारा उनका सरासर अपमान किया गया है।” उन्होंने कहा कि एक दशक तक वह भारत के प्रधानमंत्री रहे और उनके दौर में देश आर्थिक महाशक्ति बना तथा उनकी नीतियां आज भी देश के गरीब और पिछड़े वर्गों का सहारा हैं। राहुल गांधी के मुताबिक, आज तक सभी पूर्व प्रधानमंत्रियों की गरिमा का आदर करते हुए उनके अंतिम संस्कार अधिकृत समाधि स्थलों में किए गए, ताकि हर व्यक्ति बिना किसी असुविधा के अंतिम दर्शन कर श्रद्धांजलि दे पाए। उन्होंने कहा, ‘‘डॉ. मनमोहन सिंह हमारे सर्वोच्च सम्मान और समाधि स्थल के हकदार हैं। सरकार को देश के इस महान पुत्र और उनकी गौरवशाली कौम के प्रति आदर दिखाना चाहिए था।” कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने शुक्रवार को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को पत्र लिखकर आग्रह किया था कि सिंह का अंतिम संस्कार ऐसे स्थान पर होना चाहिए, जहां उनका स्मारक भी बन सके। पार्टी महासचिव जयराम रमेश ने आरोप लगाया था कि सिंह की अंत्येष्टि और स्मारक के लिए स्थान नहीं ढूंढ पाना भारत के पहले सिख प्रधानमंत्री का जानबूझकर किया गया अपमान है। उधर, केंद्रीय गृह मंत्रालय ने शुक्रवार रात कहा कि सरकार पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह के स्मारक के लिए स्थान आवंटित करेगी।
भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा ने शनिवार को कहा कि केंद्र सरकार ने पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह के स्मारक के लिए जगह आवंटित की थी और उनके परिवार को इसकी जानकारी भी दी थी। उन्होंने कांग्रेस पर मनमोहन के अंतिम संस्कार को लेकर “घटिया राजनीति” करने का आरोप लगाया। नड्डा की यह प्रतिक्रिया ऐसे समय में आई है, जब कांग्रेस ने केंद्र सरकार पर देश के पहले सिख प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह के अंतिम संस्कार के लिए एक यथोचित स्थान न देने का आरोप लगाया है, जहां बाद में उनका स्मारक बनाया जा सकता था। लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) नीत केंद्र सरकार ने मनमोहन सिंह का अंतिम संस्कार निगमबोध घाट पर करवाकर “भारत माता के महान सपूत और सिख समुदाय के पहले प्रधानमंत्री” का सरासर अपमान किया है। नड्डा ने कांग्रेस के आरोप पर कड़ी प्रतिक्रिया देते हुए कहा, “यह बहुत दुर्भाग्यपूर्ण है कि कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी और मौजूदा अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे पूर्व प्रधानमंत्री के दुखद निधन पर भी राजनीति करने से बाज नहीं आ रहे हैं।” उन्होंने कहा, “कांग्रेस की ऐसी ओछी सोच की जितनी भी निंदा की जाए कम है। कांग्रेस, जिसने मनमोहन सिंह को उनके जीवित रहते कभी वास्तविक सम्मान नहीं दिया, अब उनके सम्मान के नाम पर राजनीति कर रही है।” नड्डा ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व वाली केंद्र सरकार ने मनमोहन के स्मारक के लिए जगह आवंटित थी और उनके परिवार को इसके बारे में सूचित भी किया था। उन्होंने आरोप लगाया, “इसके बावजूद कांग्रेस झूठ फैला रही है।” नड्डा ने कहा, “राहुल गांधी, मल्लिकार्जुन खरगे और अन्य कांग्रेस नेताओं को इस तरह की घटिया राजनीति करने से बचना चाहिए।”
कांग्रेस ने आरोप लगाया है कि भारत के पहले सिख प्रधानमंत्री का जानबूझकर अपमान किया जा रहा है। वहीं भाजपा ने कहा है कि डॉ. मनमोहन सिंह के सम्मान में एक स्मारक बनाया जाएगा और इसके लिए भूमि अधिग्रहण, ट्रस्ट के गठन और भूमि हस्तांतरण जैसी प्रक्रियाओं के पूरा होने में समय लगेगा। कांग्रेस ने नेता जयराम रमेश ने शुक्रवार देर रात ‘एक्स’ पर अपनी एक पोस्ट में लिखा कि आज सुबह कांग्रेस अध्यक्ष ने प्रधानमंत्री को पत्र लिखकर प्रस्ताव दिया था कि पूर्व प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह का अंतिम संस्कार ऐसे स्थान पर किया जाए जहां उनकी विरासत का सम्मान करने के लिए एक स्मारक बनाया जा सके। रमेश ने कहा, ‘‘हमारे देश के लोग यह नहीं समझ पा रहे हैं कि भारत सरकार उनके वैश्विक कद, उत्कृष्ट उपलब्धियों के रिकॉडर् और दशकों तक राष्ट्र की उल्लेखनीय सेवा के अनुरूप उनके अंतिम संस्कार और स्मारक के लिए कोई स्थान क्यों नहीं ढूंढ सकी। यह कुछ और नहीं, भारत के पहले सिख प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह का जानबूझकर किया गया अपमान है।”
इस पर भाजपा के प्रवक्ता एवं सांसद डॉ. सुधांशु त्रिवेदी ने आज सुबह कहा कि भाजपा और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाली राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) की सरकार देश के आर्थिक विकास का एक प्रमुख आधार रहे नेता को समुचित सम्मान देने के लिए पूरी तरह से प्रतिबद्ध है। इसी को देखते हुए कल कैबिनेट की बैठक में फैसला लिया गया कि डॉ. मनमोहन सिंह की याद में एक स्मारक और समाधि बनाई जाएगी और ये बात कांग्रेस पाटर्ी को बता दी गई।
डॉ. त्रिवेदी ने कहा कि केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे को बताया है कि सरकार ने एक स्मारक बनाने का फैसला किया है और भूमि अधिग्रहण, ट्रस्ट के गठन और भूमि हस्तांतरण जैसी प्रक्रियाओं के पूरा होने के बाद जो भी समय लगेगा, काम उचित तरीके से और जितनी जल्दी हो सके, किया जाएगा। भाजपा प्रवक्ता ने कहा, ‘‘जिस कांग्रेस पाटर्ी ने अपने जीवनकाल में कभी डॉ. मनमोहन सिंह का सम्मान नहीं किया, आज उनके निधन के बाद भी वे राजनीति करते नजर आ रहे हैं।”

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