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दीपावली कार्निवल में डॉ. अनीस बेग ने दिया प्रेम, एकता और भाईचारे का संदेश, कहा-“हमें विकसित बरेली चाहिए, नफरतें नहीं”

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नीरज सिसौदिया, बरेली

दीपावली के अवसर पर एक निजी समाचार पत्र द्वारा आयोजित भव्य दिवाली कार्निवल में बुधवार को समाजवादी पार्टी के चिकित्सा प्रकोष्ठ के जिलाध्यक्ष और कैंट विधानसभा सीट से सपा के टिकट के प्रबल दावेदार डॉ. अनीस बेग ने मुख्य अतिथि के रूप में शिरकत की। रोशनी और रंगों से सजे मंच पर अनीस बेग ने जो बात कही, उसने पूरे कार्यक्रम का माहौल बदल दिया। उन्होंने कहा, “हमें विकसित बरेली चाहिए और यह तभी मुमकिन है जब हम सब हिंदू, मुस्लिम, सिख, ईसाई, बौद्ध और जैन, सब एक गुलदस्ते की तरह रहें। हम एक-दूसरे से प्यार करें, खुशियां बांटें और एक-दूसरे के त्योहार मिलकर मनाएं।”


अनीस बेग ने अपने संबोधन में कहा कि बरेली की असली ताकत उसकी गंगा-जमुनी तहज़ीब है, जिसे हर हाल में कायम रखना होगा। उन्होंने कहा, “आज हमारा सबसे बड़ा मकसद शहर को विकास की राह पर आगे बढ़ाना होना चाहिए। हमें अच्छी शिक्षा, बेहतर चिकित्सा और युवाओं के लिए रोज़गार चाहिए, नफरतें नहीं। अगर हम साथ चलेंगे, तो बरेली देश के सबसे सुंदर और प्रगतिशील शहरों में शुमार हो सकता है।”
कार्यक्रम में मौजूद सैकड़ों लोगों ने उनके भाषण का तालियों से स्वागत किया। कई लोगों ने कहा कि दीपावली के इस शुभ अवसर पर डॉ. अनीस बेग ने एक ऐसा संदेश दिया है, जिसकी आज सबसे ज़्यादा जरूरत है।
अनीस बेग ने कार्यक्रम में लगे विभिन्न स्टॉलों का भी निरीक्षण किया और स्थानीय कलाकारों, उद्यमियों और विद्यार्थियों से बातचीत की।

उन्होंने कहा, “ऐसे आयोजन सिर्फ त्योहार का नहीं, बल्कि समाज में एकता, प्रेम और सद्भाव का प्रतीक हैं। जब समाज के हर वर्ग के लोग एक साथ आते हैं, तभी शहर आगे बढ़ता है।”
उन्होंने इस मौके पर कहा कि समाजवादी पार्टी का मूल विचार ही यही है- सबका सम्मान, सबका विकास और सबकी भागीदारी। उन्होंने कहा, “मुझे विश्वास है कि बरेली की जनता नफरत के बजाय मोहब्बत का दीप जलाएगी। हमारी पहचान एक-दूसरे से नहीं, बल्कि एक-दूसरे के साथ रहने से बनती है।”


अनीस बेग ने यह भी कहा कि उनका सपना एक शिक्षित, स्वस्थ और आत्मनिर्भर बरेली का है, जहां हर परिवार को इलाज, शिक्षा और रोजगार जैसी मूल सुविधाएं मिलें। उन्होंने कहा, “विकास तब ही संभव है जब सरकार और समाज दोनों साथ चलें। हमें राजनीति में नफरत नहीं, सेवा का भाव लाना होगा।”
कार्यक्रम के समापन पर उन्होंने दीप जलाकर यह संदेश दिया कि दीपावली का असली अर्थ अंधकार से प्रकाश की ओर बढ़ना है और यह तभी संभव है जब हम दिलों में मोहब्बत की लौ जलाएं।
इस मौके पर शहर के कई सामाजिक कार्यकर्ता, व्यापारी, शिक्षक और युवा बड़ी संख्या में मौजूद रहे। लोगों ने अनीस बेग की अपील का समर्थन करते हुए कहा कि बरेली को विकास और भाईचारे की ऐसी ही सोच की जरूरत है।


दीपों की जगमगाहट और अनीस बेग के इस संदेश ने यह साबित कर दिया कि विकसित बरेली का रास्ता सिर्फ एकता, शिक्षा और रोजगार से होकर गुजरता है, न कि नफरत की राजनीति से।

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