नीरज सिसौदिया, जालंधर : पिछले कुछ समय से जिस तरह से अवैध कॉलोनियों के प्रति जालंधर विकास प्राधिकरण का नरम रूख देखने को मिल रहा है उससे यह साबित हो रहा है कि ‘कुत्ती वाकई चोरां नाल रल्ली है’. पुडा के नए ईओ के पास लगभग दो दर्जन से भी अधिक अवैध कॉलोनियों की शिकायत पहुंच चुकी है लेकिन कार्रवाई एक कॉलोनी पर भी नहीं की गई है. नतीजा ये हुआ कि नई कॉलोनियां भी धड़ल्ले से अवैध रूप से काटी जा रही हैं. ताजा मामला हाईवे किनारे का सामने आया है.
होशियार पुर के अंतर्गत पड़ते गांव भंगाला में लगभग चार से पांच एकड़ में अवैध कॉलोनी काटी गई है लेकिन इसके खिलाफ कोई भी कार्रवाई जेडीए की ओर से अब तक नहीं की गई है. अवैध कॉलोनी काटने वाले कॉलोनाइजर पूरी तरह बेखौफ होकर अपना काम कर रहे हैं. इससे पहले भी पुडा के नए ईओ रणदीप सिंह को सरकारी जमीन पर अवैध कब्जा कर कॉलोनी काटे जाने की सूचना दी गई थी लेकिन सूत्र बताते हैं कि जेई ने कॉलोनाइजरों की तरफ से सभी आला अधिकारियों को सेट कर लिया है जिसके कारण ईओ साहब कॉलोनी में प्लॉटों के बिकने का इंतजार कर रहे हैं. जब कॉलोनाइजर भोले भाले लोगों को फंसाकर सभी प्लॉटों का सौदा कर चुके होंगे तब ईओ के कारिंदे उन लोगों को कार्रवाई का डर दिखाकर दोबारा परेशान करेंगे. बहरहाल, पुडा में यह काला खेल चुनाव की आड़ में जमकर चला है. यही हाल रहा तो जिस तरह देश से कांग्रेस का सफाया हो गया है वैसे ही पुडा के इन अधिकारियों की वजह से पंजाब से भी कांग्रेस पूरी तरह से साफ हो जायेगी. क्योंकि अवैध कॉलोनियों में प्लॉट खरीदकर फंसने वाले लोग सरकार को कभी माफ नहीं करेंगे. वैसे भी जेडीए के इस काले खेल को रोकने में कैबिनेट मंत्री तृप्त राजिंदर सिंह बाजवा पूरी तरह से नाकाम साबित हो चुके हैं. उन्हें नैतिकता के आधार पर अपने पद से इस्तीफा दे देना चाहिए.