नीरज सिसौदिया, नई दिल्ली
बेरोज़गारी के खिलाफ चल रहे राष्ट्रव्यापी आंदोलन युवा-हल्लाबोल के आह्वान पर शुक्रवार को देशभर में छात्रों का प्रदर्शन हुआ। छात्रों की मांग है कि रेलवे भर्ती में हुई अनियमितता और भ्रष्टाचार की स्वतंत्र जांच करवाई जाए।
भारतीय रेल द्वारा जूनियर इंजीनियर के 13487 पदों के लिए आयोजित भर्ती परीक्षा में हुई धांधली और भ्रष्टाचार के खिलाफ छात्र आक्रोशित हैं। देश के कोने कोने से युवा-हल्लाबोल के बैनर तले एकजुट होकर छात्रों ने प्रदर्शन किया और संबंधित रेल अधिकारियों को ज्ञापन सौंपकर निष्पक्ष एवं समयबद्ध जाँच करवाने की मांग की।
शुक्रवार का प्रदर्शन उन सभी 21 शहरों में हुआ जहाँ रेलवे भर्ती बोर्ड के मुख्यालय स्थित हैं। इन 21 केंद्रों के अलावा युवा-हल्लाबोल से जुड़े छात्रों की एक टीम दिल्ली स्थित रेलवे बोर्ड के अधिकारियों से भी मिली।
रेलवे भर्ती बोर्ड मुम्बई में युवा हल्लाबोल का नेतृत्व कर रहे कपिल अग्रवाल ने बताया कि भर्ती बोर्ड के चैयरमैन ने अभ्यर्थियों से मिलकर जल्दी ही उचित कार्यवाही करने का आश्वासन दिया है।
इसी तर्ज पर युवा हल्लाबोल की क्रिस्टीना सैमी ने चेन्नई, अविनाश मालवीय ने सिकन्द्राबाद, इंद्रोनिल ने कोलकाता, राजेश ने पटना, रमन ने जयपुर, हर्षित ने चंडीगढ़, राजेश सचान ने इलाहाबाद, दिलीप ने गोरखपुर में अधिकारियों से मिलकर छात्रों की समस्या बताई है।
रेलवे जेई भर्ती में हो रही अनियमितताओं के खिलाफ हुए इस प्रदर्शन के बाद रेलवे भर्ती बोर्ड और सरकार के हरकत में आने की उम्मीद है। युवा हल्लाबोल ने संबंधित अधिकारियों से एक सप्ताह में उचित कार्यवाही करने की बात कही साथी ही उक्त बातों को ज्ञापन के माध्यम से भी बताया है।