देश

‘लॉटरी किंग’ ने 4 दलों को दी 1100 करोड़ से अधिक राशि, डीएमके को दिए 466 करोड़, जानिए किस दल को कितने करोड़ रुपए दिए

Share now

Sunita Singh, New delhi

सबसे बड़ी चुनावी बॉन्ड खरीदने वाली कोयंबटूर की लॉटरी कंपनी फ्यूचर गेमिंग एंड होटल सर्विसेज प्राइवेट लिमिटेड ने 90% से भी अधिक चंदा 4 प्रमुख राजनीति दलों को दिया। इसमें डीएमके को 466 करोड़ रुपए, तृणमूल कांग्रेस को 453 करोड़, वाईएसआर कांग्रेस को 167 करोड़ और भारतीय जनता पार्टी 152 करोड़ रुपए दिए गए हैं। सुप्रीम कोर्ट के आदेश पर वीरवार को भारतीय स्टेट बैंक द्वारा भारत चुनाव आयोग के साथ साझा किए गए आंकड़ों की नवीनतम और अंतिम किस्त में यह खुलासा हुआ। इस डेटासेट में क्रेता और छुड़ाने वाले दोनों के लिए यूनिक अल्फ़ान्यूमेरिक बॉन्ड नंबर शामिल हैं, जिससे 12 अप्रैल, 2019 और 24 जनवरी, 2024 के बीच किए गए सभी दान के लिए प्रत्येक चुनावी बॉन्ड दाता को उसके लाभार्थी से जोड़ना संभव हो जाता है।

‘लॉटरी किंग’ सैंटियागो मार्टिन द्वारा संचालित, फ्यूचर गेमिंग ने 12 अप्रैल, 2019 और 24 जनवरी, 2024 के बीच 1368 करोड़ रुपए के चुनावी बांड खरीदे। नवीनतम डेटा किश्त से पता चलता है कि कंपनी ने न केवल अपने गृह राज्य में सत्ता में पार्टी को धन दान किया है बल्कि यह पार्टी पश्चिम बंगाल में भी सत्ता में है, जहां यह ‘डियर लॉटरी’ नामक सबसे लोकप्रिय लॉटरी खेलों में से एक का वितरण करती है।

फ्यूचर गेमिंग ने इन दलों को दिया चंदा (करोड़ रुपए में)
डीएमके को 466 कराेड़, टीएमसी को 453 करोड़, वाईएसआरसीपी को 167 करोड़, भाजपा को 152 करोड़, कांग्रेस को 57 करोड़, राजद को 24 करोड़, बीआरएस को 16 करोड़, एआईएडीएमके को 15 करोड़, बीजद को 10 करोड़ और एसकेएम को 07 करोड़ रुपए दिए गए

रिलायंस से जुड़ी कंपनी ने भाजपा को दिए 385 करोड़
नवी मुंबई के धीरूभाई अंबानी नॉलेज सिटी (डीएकेसी) में पंजीकृत पते वाली और रिलायंस इंडस्ट्रीज से जुड़ी एक अल्पज्ञात कंपनी क्विक सप्लाई चेन प्राइवेट लिमिटेड ने भाजपा को 395 करोड़ रुपए और शिवसेना को 25 कराेड़ रुपए दिए। चुनाव आयोग द्वारा वीरवार को अपलोड किए गए आंकड़ों से यह जानकारी मिली है।
चुनावी बॉन्ड का उपयोग करने वाले राजनीतिक दलों के तीसरे सबसे बड़े दानदाता क्विक सप्लाई ने 2021-22 और 2023-24 के बीच 410 करोड़ रुपए के बॉन्ड खरीदे और 25 करोड़ रुपए को छोड़कर बाकी सभी भाजपा को दे दिए। कंपनी द्वारा 2022 में शिवसेना को 25 करोड़ रुपए की रकम दी गई। कंपनी को गोदामों और भंडारण इकाइयों के निर्माता के रूप में वर्णित किया गया है। उसने किसी अन्य राजनीतिक दल को कोई पैसा नहीं दिया, जैसा कि चुनाव आयोग द्वारा अपलोड किए गए आंकड़ों से पता चलता है।

हनीवेल ने सिर्फ भाजपा को दिया चंदा
रिलायंस लिंक वाली एक अन्य कंपनी हनीवेल प्रॉपर्टीज प्राइवेट लिमिटेड ने 8 अप्रैल, 2021 को 30 करोड़ रुपए के बॉन्ड खरीदे और सभी भाजपा को दे दिए। जब पिछले हफ्ते पहली बार रिलायंस कनेक्शन सामने आया था, तो रिलायंस इंडस्ट्रीज के प्रवक्ता ने एक विस्तृत प्रश्नावली के जवाब में कहा था, “क्विक सप्लाई चेन प्राइवेट लिमिटेड किसी भी रिलायंस इकाई की सहायक कंपनी नहीं है।” हालांकि, इसने फर्म के साथ अपने जुड़ाव पर कोई टिप्पणी नहीं की थी।

बीआरएस को चुनावी बॉन्ड से 1322 करोड़ मिले
तेलंगाना में भारत राष्ट्र समिति (बीआरएस) को 2,188 चुनावी बॉन्ड के जरिए 1322 करोड़ रुपए प्राप्त हुए हैं। लगभग आधी राशि (661 करोड़ रुपये) 11 अक्टूबर, 2018 से 30 सितम्बर, 2023 तक 4 अलग-अलग दिन में भुनाई गई थी। बीआरएस द्वारा निर्वाचन आयोग को सौंपे गए आंकड़ों के अनुसार, पार्टी को 13 जुलाई, 2023 को 218 करोड़ रुपए, 12 अप्रैल, 2022 को 268 करोड़, 8 अक्तूबर, 2021 को 85 करोड़ और 11 अप्रैल, 2022 को 90 करोड़ रुपए मिले।
निर्वाचन आयोग के एक सवाल के जवाब में बीआरएस ने 14 नवम्बर, 2023 को निर्वाचन आयोग को अपना जवाब सौंप दिया था। उच्चतम न्यायालय के निर्देश के अनुसार, निर्वाचन आयोग ने 30 सितंबर, 2023 तक सभी दलों से प्राप्त चुनावी बॉन्ड का विवरण मांगा है। बीआरएस 2 जून 2014 से दिसम्बर 2023 तक तेलंगाना में सत्ता में थी।

Facebook Comments

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *