जालंधर : ज्योतिष आचार्य नरेश नाथ पिछले बीस वर्षों से महाशिवरात्रि के उपलक्ष्य में गरीबों के लिए विशाल भंडारे का आयोजन करते आ रहे हैं. भंडारे से पूर्व भोलेनाथ के सातों नाथ की पूजा अर्चना कर हवन यज्ञ करते हैं. गुरु गोरखनाथ के धूने पर वह हर साल यग्य कर आहुति देते हैं. पूरे विधि विधान के साथ गुरु गोरखनाथ का पूजन करने के बाद ब्राह्मण भोज का आयोजन किया जाता है और उसके बाद हजारों गरीबों के लिए विशाल भंडारे का आयोजन किया जाता है. यह परंपरा पिछले बीस वर्षों से निर्बाध रूप से चली आ रही है.
इस वर्ष भी हर वर्ष की भांति गुरु गोरखनाथ गद्दी के पूजन के बाद रसीला आश्रम के पास स्थित नरेश नाथ के घर के बाहर हजारों गरीबों के लिए विशाल भंडारा लगाया गया. इसका शुभारंभ जालंधर वेस्ट के विधायक सुशील रिंकू की पत्नी व स्थानीय पार्षद सुनीता रिंकू ने किया. इस मौके पर मदनलाल खंडार, भाजपा के पूर्व जिला प्रधान रमेश शर्मा और इस एरिया के गणमान्य व्यक्तियों द्वारा ब्राह्मणों को भोजन दक्षिणा अन्नदान के उपरांत भंडारे का शुभारंभ किया गया. महादेव भूखे को अन्न, प्यासे को पानी देने के लिए प्रेरित करते हैं. यह इसी क्रम में एक प्रयास है जिसमें सभी ने भरपूर योगदान दिया.
नरेश नाथ ने बताया कि महाशिवरात्रि के अगले दिन हर साल भंडारे का आयोजन किया जा रहा है. इस प्रथा की शुरुआत उन्होंने बीस साल पहले की थी और जीवन भर इसे बरकरार रखने की उनकी तमन्ना है.
बता दें कि नरेश नाथ ने सैकड़ों गरीब एवं बेसहारा बच्चों के भरण पोषण की जिम्मेदारी भी संभाल रखी है. वहीं कई परिवारों का खर्च भी उन्हीं के आशीष से चल रहा है. विनम्र स्वभाव के नरेश नाथ ज्योतिष रत्नाकर हैं लेकिन अपने समाजसेवा के कार्यों का ढिंढोरा पीटना उन्हें बिल्कुल पसंद नहीं है. यही वजह है कि वह प्रचार प्रसार से कोसों दूर रहते हैं.