नीरज पांडेय, नोएडा
कोई व्यक्ति भूखा न सोये, यह फरमान वैश्विक महामारी के दौरान योगी सरकार ने जारी किए थे और जनपद गौतम बुद्ध नगर के प्रशासन ने फरमान को जीवंत रखने हेतु कोई कोर कसर नही छोड़ी । जरूररतमंदों को कोई कमी नही होने दी सबको समान न्यायिक डोर में पिरो कर कोरोना की जंग लड़ी गयी वही कुछ तथ्य अब ऐसे उभर कर आये जो योगी सरकार की छवि धूमिल करने के लिए पर्याप्त है । बता दें कि नोएडा के एक चाइना का सामान बेचने वाले व्यवसाई ने शासन प्रशासन को ठेंगा दिखाते हुए 2 कर्मचारियों चेतन शर्मा व रणधीर सिंह का वेतन हडप लिया, जो लाॅकडाउन से लेकर अभी तक धक्के खा रहे हैं वेतन तो मिला नही मालिक अब मारने की भी धमकियाँ दे रहा है ।
दरअसल मामला नोएडा के सेक्टर-63 स्थित ई- 212 में एक्शन ग्लोवल, ओ आर ई एस इंडिया व बी.के. सी गारमेन्ट एलएलपी नाम की कंपनी चल रही है जिसका एक ऑफिस चावडी बाजार दिल्ली में भी बताया जाता है जिनके मालिक गौरव खंडेलवाल व सौरव खंडेलवाल हैं । इस कंपनी में बॉथरूम एसेसरीज प्रोडक्ट चाइना से इम्पोर्ट किये जाते हैं ।
पीड़ित चेतन शर्मा व रणधीर सिंह ने बताया कि कंपनी मालिक ने हमारा वेतन रोक लिया है पहले तो वह लॉकडाउन का बहाना बनाते रहे और कहते रहे लॉकडाउन के बाद पूरा वेतन मिल जाएगा। उसके बाद उन्होंने लॉकडाउन के दौरान बिना किसी पास के नोएडा पहुंच कर सामान बेचने को कहा जिस पर कर्मचारियों ने लॉकडाउन का हवाला देते हुए असमर्थता जाहिर की। दोनों कर्मचारी दिल्ली के रहने वाले थे रणधीर कुमार सिंह ने बताया मैं अकाउंट डिपार्टमेंट में था मेरी सैलरी 28000/- महीना फिक्स हुई थी मेरी सेलरी फरवरी, मार्च, अप्रेल व मई की बाकी है जिसकी जानकारी जिलाधिकारी गौतम बुद्ध नगर व मुख्यमंत्री कार्यालय उत्तर प्रदेश सरकार को मेल तथा ट्यूटर द्वारा दी गई परन्तु अभी तक कोई कार्यवाही नही हुई।
आलम यह है की अब फोन करने पर मालिक गौरव खंडेलवाल गाली देते है और मारने की धमकी देते है।
इस संदर्भ में जब मेट्रो संवादाता द्वारा कंपनी मालिक गौरव खंडेलवाल से बात की गई तो उन्होंने कहा इनका कोई वेतन बाकी नहीं है मैने सबको वेतन दे दिया है चेतन को हमने सेल्स डिपार्टमेंट में रखा था और जब यह हमें तीस लाख की बिक्री कर के देते तो हम इनको ₹25000/- वेतन देते इसलिए हम इनको एक भी पैसा नहीं देंगे। जबकि कर्मचारी चेतन शर्मा ने बताया कि मैने 26 फरवरी से 22 मार्च तक काम किया है। जब मुझे नौकरी पर रखा गया था तो मुझे यह कहा गया था पहले महीने तुम्हारा कोई टारगेट नहीं है व दूसरे महीने से ₹ 24000/- सेलरी तथा कमीशन देंगे प्रतिदिन चाइनीज प्रोडक्ट कंपनी के ऑफिस में लगी बायोटिक मशीन में उंगली स्कैन होती थी सुबह से शाम तक हम वही काम करते थे बावजूद इसके हमें एक भी पैसा नहीं दिया गया। सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार इस व्यवसाई ने पहले भी कई कर्मचारियों के पैसे हड़प कर रखे हैं।
इस संदर्भ मे श्रम उप आयुक्त प्रदीप कुमार सिंह से बात हुई तो उन्होंने कहा अभी तक हमारे संज्ञान में मामला नहीं था संज्ञान में आने के बाद हम इस पर त्वरित विधिक कार्यवाही करेंगे।