नीरज सिसौदिया, जमशेदपुर
माइम कलाकार कमल नशकर और शुभ्रा सान्याल का मानना है कि माइम आर्टिस्ट का स्किल थिएटर आर्टिस्ट से ऊंचा होता है।
इस संवाददाता से बातचीत में इन दोनों कलाकारों ने बताया कि चार्ली चैपलिन मूक अभिनय करते थे लेकिन उनका ड्रेस बदल जाता था, बाकी के सामान भी बदल जाते थे। माइम में ऐसा कुछ नहीं होता। सेम ड्रेस में, सिंगल ड्रेस में आर्टिस्ट को परफॉर्म करना होता है जो बेहद मुश्किल भरा होता है।
कमल और शुभ्रा ने बताया कि पहले की तुलना में अब माइम आर्टिस्ट को ज्यादा धन मिलता है लेकिन फिल्मों में अभिनय करने वाले कलाकारों से उन्हें अभी भी बेहद कम पारिश्रमिक मिलता है।
एक सवाल के जवाब में उन्होंने बताया कि स्टोरी का सिलेक्शन शुभ्रा और वो (कमल) मिल जुल कर करते हैं लेकिन स्क्रिप्ट लिखने का काम कमल ही करते हैं।
इन दोनों ने बताया कि उनका देश भर में कई ट्रेनिंग सेंटर चल रहे हैं। ट्रेंनिंग सेंटर में वह लोगों को माइम आर्टिस्ट बनाने के गुर सिखाते हैं। वह झारखंड में भी एक ट्रेनिंग इंस्टिट्यूट खोलना चाहते हैं।
गौरतलब है कि शुभ्रा और कमल पति_पत्नी हैं और बुधवार को स्वर्णरेखा क्षेत्र विकास ट्रस्ट के तत्वावधान में चल रहे बाल मेले में अपना परफॉर्मेंस देने जमशेदपुर आए थे।
बाल मेले का समापन आज
स्वर्णरेखा क्षेत्र विकास ट्रस्ट के तत्वावधान में चिल्ड्रन पार्क में चल रहे बाल मेला का समापन 24 नवंबर दिन शुक्रवार को होगा। शुक्रवार को सुबह 11:00 बजे से निबंध, चित्रांकन, क्विज, योग एवं अन्य खेलकूद की प्रतियोगिताएं होंगी। कार्यक्रम का समापन हम भारत के लोग थीम पर प्रस्तुत कार्यक्रम के उपरांत होगा। इस कार्यक्रम के मुख्य अतिथि कोल्हान के आयुक्त मनोज कुमार होंगे।