सोहना, संजय राघव
सोहना में 10 नवंबर को होने वाले बदलाव रैली सोहना विधानसभा के चुनावी समीकरण में मील का पत्थर साबित होगी lइस बदलाव रैली से सोहना विधानसभा में बीजेपी व इनेलो को भारी नुकसान होने की संभावना है क्योंकि इस रैली के माध्यम से सोहना विधानसभा क्षेत्र के कुछ इनेलो कार्यकर्ता व बीजेपी कार्यकर्ता कांग्रेस में शामिल हो सकते हैं.
वहीं, इनेलो के पूर्व ब्लॉक अध्यक्ष सतवीर पहलवान कांग्रेस में अपनी ताल ठोकेंगेl
सोहना विधानसभा में इसलिए बार बीजेपी के तेजपाल तंवर को जनता ने काफी मतों से जिताकर विधायक के पद पर बिठाया था लेकिन बीजेपी की ओर से जो वायदे किए गए थे वह भी अधूरे ही रहेl अगर सोहना की बात करें तो सोहना में स्वास्थ्य व शिक्षा संबंधी सुविधाएं काफी लचर हैं. बार-बार शिकायतों के बाद भी आम नागरिकों को यह सुविधा नहीं मिल पा रही है l इसी तरह काफी सामाजिक मुद्दों को लेकर क्षेत्र के मतदाताओं का मन बीजेपी से दूर होने लगा हैl वहीं, इनेलो में मचा घमासान भी इनेलो को काफी नुकसान पहुंचा रहा है l वहीं, इस रैली से कयास लगाया जा रहा है कि रैली के बाद सोहना विधानसभा क्षेत्र में कांग्रेस का आधार बढ़ेगा वहीं सतबीर पहलवान भी कांग्रेस के नए नेता के रूप में उतरेंगे l हालांकि इससे पहले कांग्रेस ने रोहतास बेदी को सोहना विधानसभा से टिकट दिया था लेकिन उन्हें जनता ने नकार दिया.
वहीं, सोहना में चौधरी धर्मवीर के बाद कोई कांग्रेसी दबंग नेता मैदान में नहीं था जिस वजह से लोगों का रुझान कांग्रेस से कम हो गया था लेकिन इस रैली के बाद जहां क्षेत्र को एक नया नेता मिला है वहीं, अब कांग्रेस का आधार भी बढ़ने की संभावना से इनकार नहीं किया जा सकता l हालांकि, इस रैली को लेकर सोहना विधायक ने भी क्षेत्र में मतदाताओं के पास जाकर अपनी हाजिरी लगानी शुरू कर दी है l वहीं, इस बार तावडू को गुड़गांव में मिलाने जैसे बड़े मुद्दों पर भी बीजेपी कोई बड़ा फैसला ले सकती हैl रैली के संयोजक अंतरराष्ट्रीय खिलाड़ी सतवीर पहलवान ने बताया कि इनेलो छोड़ने का उनका मुख्य कारण यही था कि इनेलो में कार्यकर्ताओं की इज्जत नहीं होती थी वहां पैसे की कीमत को ज्यादा आका जाता थाl हालांकि, इस रैली में उन्होंने दावा किया कि 20 हजार से ज्यादा लोग इस रैली में भाग लेंगे यही रैली उनके राजनीतिक भविष्य तैयार करेगी.