या रब क्यों इतने निष्ठुर हो जो न तेरा मान धरें क्यों उनके लिए छिपे बैठे हो आ जाओ उनके लिए बस जो तेरे लिए समर्पित हैं तुम तो जानों ये बेटी तेरी अब भी कितनी तटस्थ खड़ी सारा जग मायूस खड़ा है पर ये बेटी तेरी अडिग बड़ी तुझसे अटूट जो आस जुड़ी रख […]
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लड़ो कोरोना से…
आपस में ना लड़ो, लड़ो कोरोना से. बस मिलजुलकर रहो, लड़ो कोरोना से. इसकी कमियां, उसकी कमियां नहीं निकालो. खुद भी संभलो और सभी को आज संभालो. काम यही बस करो, लड़ो कोरोना से. लड़ो कोरोना से… उलट- पुलट कर दुनिया रख दी कोरोना ने. अर्थव्यवस्था ढीली कर दी कोरोना ने. मात्र मदद को बढ़ो, […]