विचार

साहित्य की बात : पिता थे विधायक पर बेटे को सियासत नहीं थी स्वीकार, बन गए साहित्यकार, कुछ ऐसी ही शख्सियत हैं बरेली के रजत कुमार

सियासत अगर विरासत में मिले तो सफलता की गारंटी दोगुनी हो जाती है. खास तौर पर तब जबकि पिता खुद विधायक या सांसद रहे हों मगर एक शख्सियत ऐसी भी है जिसके पिता विधायक थे लेकिन उस शख्स ने राजनीति की जगह कलम को चुना. पिता की विरासत को संभालने की बजाय उसने ताउम्र साहित्य […]