नीरज सिसौदिया, बरेली अतीत के पन्नों पर कोरोना काल कई अच्छी-बुरी यादों के रूप में दर्ज हो चुका है. कहीं मानवता शर्मसार हुई तो कहीं मानवता की मिसालें भी देखने को मिलीं. कुछ ऐसे मौके भी आए जब जनप्रतिनिधियों को जनता का कोपभाजन बनना पड़ा तो कुछ ऐसे सियासतदान भी दिखाई दिए जो जान हथेली […]