मामला- डीवीसी के पावर प्लांट में सप्लाई मजदूर की मौत का
रामचंद्र कुमार अंजाना। बोकारो थर्मल
बोकारो थर्मल स्थित डीवीसी के सप्लाई मजदूर रामेश्वर घांसी के पुत्र सुनील घांसी को सप्लाई लेबर में नियोजन व 5 लाख मुआवजा देने की सहमति बनी। इसके बाद मजदूरों का आंदोलन समाप्त हुआ। गुरूवार को पावर प्लांट के चेतना भवन के समीप छाई सफाई कर रहें सप्लाई रामेश्वर घांसी को हाइड्रा मशीन ने कुचल दिया था। जिसके कारण मजदूर की मौत घटनास्थल पर ही होगा था। मजदूर की मौत के बाद मजदूर यूनियनों ने मृतक के आश्रितों को ग्रुप डी में नौकरी व 20 लाख की मुआवजा की मांग को लेकर डीवीसी अस्पताल में दिनभर आंदोलित रहें। प्लांट का काम बंद रहा। इस दौरान डीवीसी प्रबंधन के साथ यूनियन नेताओं का कई बार वार्ता भी हुई। लेकिन मजदूरों की मांग पर प्रबंधन ने यह कह कर मुकरते रहे कि गु्रप डी में नौकरी देने का अधिकार मुख्यालय प्रबंधन को है। इस बीच कई बार मजदूर आक्रोशित भी हो गये। अंत में देर रात प्रबंधन ने मुख्यालय प्रबंधन से वार्ता कर मृतक के आश्रित को सप्लाई में नौकरी व 5 लाख मुआवजा पर सहमति दी। इसके बाद यूनियन नेताओं ने आंदोलन को समाप्त किया। इसके बाद मजदूरों ने शव को उठाया। शुक्रवार को मजदूर का शव को पोस्टमार्डम कराकर परिजनों को सौंप दिया गया। आंदोलन में मुख्य रूप से डुमरी विधायक जगरनाथ महतो, भाजपा नेता इंद्रदेव महतो, जिप सदस्य भरत यादव, मो. शहजहां, प्रमोद कुमार सिंह, दशरथ महतो, जानकी महतो, विधायक प्रतिनिधि टेकलाल चैधरी, श्रवण कुमार सिंह, सदन सिंह, बालेश्वर यादव, गणेश राम, नवीन पाठक, राजेश कुमार सिंह, रीतलाल महतो, झरीलाल हांसदा, चंद्रदेव घांसी, नागेश्वर महतो, गोबिंद राम, खेमलाल महतो, सहित सैकडों सप्लाई मजदूर व विभिन्न यूनियनों के नेता शामिल थे। वहीं, वार्ता में प्रबंधन की ओर से डीवीसी के परियोजना प्रधान कमलेश कुमार, डीजीएम मनोज कुमार श्रीवास्तव, वरीय अपर निदेशक पीके सिंह, अपर निदेशक एसके मिश्रा, रविंद्र कुमार के अलावे थाना प्रभारी परमेश्वर लेंयागी शमिल थे। यूनियन के नेताओं ने कहा कि मजदूर एकता की जीत है। मजदूर एकता के दबाव में प्रबंधन पहली बार झूका। इस समझौता के तहत भविष्य में भी मजदूरों को लाभ मिलेगा। नेताओं ने मजदूरों को इस आंदोलन में जीत के लिए बधाई दी।
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