बबल कुमार, गुहला चीका
सबका साथ सबका विकास करने वाली मनोहर सरकार के दावों की पोल गुहला चीका में उस समय खुल गई जब सड़क में बड़े गड्ढों के कारण एक नौजवान युवक की मौत हो गई खट्टर सरकार के मंत्री भाजपा राज में होने वाले विकास कार्यों की गाथा का गुणगान करते नहीं थकते । खट्टर साहब और उनके मंत्रियों के यह विकास कार्य लोगों की जिंदगी से खिलवाड़ कर रहे हैं. जब सड़क में बने गड्ढे के कारण एक नौजवान युवक का मोटरसाइकिल गड्ढे में नीचे गिर गया जिसे पीछे से आ रहे ट्रक ने कुचल दिया और युवक की मौके पर ही मौत हो गई। यह गुहला से चिका बनाई जा रही फोर लाइन पर दूसरा बड़ा हादसा है। सभी नियमों को ताक पर रखकर सड़क में बड़े-बड़े गड्ढे छोड़े गए हैं जिस कारण आए दिन बड़ी छोटी दुर्घटनाएं हो रही है और अधिकारी बाबू तो कुछ कहने सुनने को ही तैयार नहीं है अहम बात तो यह है कि यह शहर का सबसे प्रमुख मार्ग है जहां पर SDM कार्यालय तहसील कार्यालय डीएसपी कार्यालय pwd विभाग का कार्यालय शहर के पांच प्रमुख स्कूल और अन्य सभी विभाग भी इस मार्ग पर है और सभी विभागों के अधिकारियों को यहां से आना जाना है फिर भी किसी अधिकारी ने इस सड़क पर छोडे गए गड्डो के बारे कभी कोई आवाज नहीं उठाई और संबंधित विभाग को ना ही कोई दिशानिर्देश जारी किए जिस कारण संबंधित विभाग और ठेकेदार द्वारा नियमों को ताक पर रखकर सड़क का निर्माण किया जा रहा है।क्या कहना है थाना प्रभारी का
इस बार जब थाना प्रभारी धर्मपाल से बात की गई तो उन्होंने कहा कि ट्रक चालक की लापरवाही से व्यक्ति की मौत हुई है.
जब पत्रकारों ने थाना प्रभारी से गड्ढे की लापरवाही के बारे में पूछा तो उन्होंने कहा कि इस बारे में मुझे कोई जानकारी नहीं है अगर गड्ढे की लापरवाही से हादसा हुआ है और किसी की शिकायत आती है तो संबंधित विभाग और ठेकेदार के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। क्या कहना है PWD केे अधिकारियों
जब इस बारे pwd विभाग के अधिकारियों से बात करनी चाही तो वह अपने कार्यालय से नदारद मिले ओर जब उनसे फोन पर संपर्क करना चाहा तो उन्होंने फोन तक नहीं उठाया. ऐसे में सवाल उठता है कि पैसों से सस्ती हो गई है जिंदगी।
संबंधित विभाग के अधिकारी और ठेकेदार अपनी जेब गर्म करने के चक्कर में लोगों की जिंदगी के साथ खिलवाड़ कर रहे हैं ऐसे में इन अधिकारी और ठेकेदार ने यह सोचने पर मजबूर कर दिया है कि पैसों से भी सस्ती हो गई है जिंदगी। लोगों मैं रोष इस हद तक था कि लोगों ने यहां तक कह दिया कि अगर यह हादसा किसी अधिकारी या ठेकेदार के बच्चों के साथ होता तो उन्हें पता चल जाता कि किसी के भाई बेटे और पिता को खोने का गम क्या होता है। साथ ही लोगों ने यह मांग भी की कि संबंधित विभाग और ठेकेदार के खिलाफ क्रिमिनल एक्ट में मामला दर्ज कर उनके खिलाफ कार्रवाई की जाए ताकि भविष्य में कोई भी अधिकारी या ठेकेदार लोगों की जिंदगी के साथ खिलवाड़ ना कर सके।