उत्तराखंड

भारत-नेपाल को जोड़ने वाली सड़क का अपर मुख्य सचिव ने किया निरीक्षण

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राजेंद्र भंडारी 

अपने एक दिनी जनपद भ्रमण के दौरान प्रदेश के अपर मुख्य सचिव ओम प्रकाश ने भारत-नेपाल को जोड़ने वाली सड़क टनकपुर बैराज से ब्रहम देव तक 1.3 किमी सड़क का स्थलीय निरीक्षण किया और यूजर एजेन्सी एनएचपीसी, निर्माण एजेन्सी लोनिवि पीआईयू ठूलीगाड़ तथा वन विभाग को संयुक्त रूप से सड़क के कार्याें में तेजी लाने के निर्देश दिये।

उन्होंने सड़क निर्माण में गुणवत्ता में किसी भी प्रकार का समझौता न करने और निर्माण में समयबद्धता का विशेष ध्यान रखने के निर्देश दिये। भ्रमण से पूर्व प्रदेश के अपर मुख्य सचिव ने एनएचपीसी बनबसा सभागार में अधिकारियों की बैठक लेते हुए यूजर एजेन्सी एनएचपीसी को सड़क निर्माण से पूर्व वन अधिनियम के निस्तारण में पूर्ण सहयोग करने तथा निर्माण एजेन्सी लोनिवि पीआईयू ठुलीगाड़ के अधिशासी अभियन्ता से पूर्ण सहयोग लेने को कहा।

ज्ञातव्य है कि उक्त सड़क निर्माण क्षेत्र एनएचपीसी के पजेशन में है, जिससे उसे यूजर एजेंसी नामित किया गया है। उन्हांेने प्रभागीय वनाधिकारी हल्द्वानी को अपनी पूरी टीम एवं लोनिवि के सहयोग से 9 मई तक वन अधिनियम प्रकरण से संबंधित सभी कार्यवाही पूर्ण करने तथा लोनिवि को वन हस्तांतरण के साथ ही सड़क की डीपीआर तैयार कर दो दिन में शासन को प्रेषित करने के निर्देश दिये। उन्होंने एनएचपीसी को वन भूमि हस्तान्तरण एवं सड़क निर्माण की स्वीकृति हेतु वन विभाग व लोनिवि को आज ही पत्र प्रेषित करने के निर्देश बैठक में दिये। उन्होंने तीनों एजेंसियों से 9 मई की सायं तक सभी कार्यवाही पूर्ण करने और कृत कार्यवाही से शासन को अवगत कराने के निर्देश दिये। उन्होंने कहा कि इस राष्ट्रीय एवं दोनों देशों के समझौते के तहत हो रहे कार्य में किसी भी तरह का विलम्ब माफ नहीं किया जायेगा।

अपर मुख्य सचिव ने 11 मई के प्रधानमंत्री के प्रस्तावित नेपाल दौरे को देखते हुए इस कार्य को तीनों एजेन्सियों द्वारा संयुक्त रूप से 09 मई की सांय तक सरकार को पूरे प्रपत्र प्रस्तुत करने के निर्देश दिये। उन्होंने कहा कि सड़क का निर्माण पूर्व में हुए भारत-नेपाल समझौते के अन्तर्गत किया जा रहा है इसलिए इसमें त्वरित कार्यवाही आवश्यक है। लोनिवि के अधीक्षण अभियन्ता हरीश पांगती ने बताया कि इसके लिए 2.34 हैक्टेयर भूमि की आवश्यकता होगी और सड़क की चैड़ाई सुरक्षा मानकों एवं भारी वाहनों को देखते हुए 9 से 18 मीटर रखी जायेगी। उन्होंने बताया कि भूमि क्षतिपूर्ति को छोड़कर लगभग रू. 513 लाख सड़क निर्माण में व्यय होगा। जिस पर अपर मुख्य सचिव ने कहा कि धनराशि यूजर एजेन्सी को हस्तान्रित की जायेगी और यूजर एजेन्सी ही सड़क निर्माण की गुणवत्ता, समयबद्धता पर नजर रखेगी। उन्होंने समयबद्धता पर विशेष जोर देते हुए कहा कि लोनिवि से कहा कि प्रोजक्ट में किसी भी तरह की लापरवाही क्षम्य नहीं होगी। अपर मुख्य सचिव ने सड़क के दोनों ओर सुरक्षा व्यवस्था पुख्ता करने और सड़क को मजबूती देने के निर्देश दिये।

इस मौके पर वन एवं पर्यावारण मंत्रालय भारत सरकार की रीजनल आफिसर कमलप्रीत, कन्जरवेटर डा.पराग श्रीकांते, जिलाधिकारी डा.अहमद इकबाल, पुलिस अधीक्षक धीरेन्द्र गुंज्याल, एसई लोनिवि हरीश पांगती, एनएचपीसी के महाप्रबन्धक रईस मिया, ईई लोनिवि पीआईयू ठुलीगाड़ राजेश पुनेठा, डीएफओ हल्द्वानी चन्द्रशेखर सनवाल, डीएफओ चम्पावत केएस बिष्ट, एसडीएम टनकपुर अनिल चन्याल, चम्पावत सीमा विश्वकर्मा, ईई एनएच एलडी मथेला, लोनिवि डीडी भटट, तहसीलदार पूनम पंत, सीओ आरएस रौतेला, एई एनएच एनसी पाण्डेय जिला सूचना अधिकारी चम्पावत श्री एन एस बिष्ट सहित अन्य अधिकारी उपस्थित थे

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