सोहना, संजय राघव
17 मई को सोहना में हुए भीषण अग्निकांड में मृतक नैन सिंह के लिए अब आवाज उठने लगी है lनैन सिंह के परिजनों ने बताया उसने अपनी जान की बाजी लगाकर पहले 2 बच्चों को बचाया व उसके बाद महिला को बचाते बचाते उसकी खुद की जान चली गई lलेकिन गरीब होने के कारण उसके परिजनों को कोई भी नेता कोई भी अधिकारी दिलासा देने तक नहीं पहुंचाl जिसको लेकर उसके गांव के लोगो में भारी रोष है lवही लोगों की सरकार से मांग है इस गरीब आदमी के लिए सरकार मुआवजा दे व उसके बेटे को एक नौकरी दें ताकि उसकी गृहस्थी सुचारु रुप से चल सके.
गांव इंडरी के रहने वाले कारपेंटर नैन सिंह के परिवार के लिए 17 मई एक दर्दनाक दिन था lइस दिन नैन सिंह काम करने के लिए सोहना में रवि मैदान के घर आयाl नेन सिंह के पांच कारिगर अंदर काम कर रहे थे वही घर के अंदर 2 बच्चे भी थे वह महिला थी lआग के बढ़ता देख नैन सिंह ने अपनी जान की परवाह नहीं करते हुए अंदर गया पहले उसने दोनों बच्चों को बाहर निकाला वही उसके बाद महिला को बचाने के लिए जो मैं अंदर गया तो वह बाहर नहीं आ सका l आग में जलने से उसकी मौत हो गई। नैनसिंह बहुत गरीब था वह घर में एकमात्र कमाने वाला वही शख्स थाl उसके दो बेटे एक बेटी है घर के नाम पर मात्र एक झोपड़ी है उसकी मौत के बाद घर पर एक पहाड़ टूट पड़ा lवही परिजनों ने आरोप लगाया कि गरीब होने के कारण उसके घर पर ना तो कोई विधायक ना ही कोई सरकारी अधिकारी उन्हें दिलासा देने के लिए पहुंचे जबकि सोहना में जिस घर में अग्नि कांड हुआ है वहां पर अधिकारियों के नेताओं का तांता लगा हुआ है l इसी को लेकर अब गांव के लोगों ने नैन सिंह के परिवार को मुआवजा व नौकरी दिलाने की मांग को उठाना शुरू कर दिया हैl गांव के लोगों का कहना है के प्रशासन व सरकार गरीब नैन सिंह की तरफ ध्यान नहीं दे रही है।
उपायुक्त को देंगे ज्ञापन
इस मामले को लेकर गांव के लोग उपायुक्त गुड़गांव में नैंन सिंह के परिवार को उचित मुआवजा नौकरी की मांग को लेकर एक ज्ञापन देंगे lअगर सरकार मांग नही मानती है तो उसके बाद ग्रामीण अगला कदम उठाएंगेl इस मौके पर चेयरमैन प्रवीण ,श्रीचंद ,रंजीत नंबरदार ,परमानंद ,धर्मवीर ,बिजेंदर ,राधे ,जगदेव ,रतनलाल, नेम सिंह ,नेम चंद ,महिपाल ,सूबेदार ताराचंद ,हरदीप आदि मौजूद थे