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रेलवे का निजीकरण ऩहीं होगा : रेल मंत्री

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एके सिंह, लखनऊ
रेल और कोयला मंत्री पीयूष गोयल ने कहा कि पिछले चार वर्षो में उनके दोनो मंत्रालयों में काम काज को लेकर सोच में बुनियादी बदलाव आया है। नई दिल्ली से वीडियो कांफ्रेसिंग के जारिये पत्रकारो से मुखातिब श्री गोयल ने कहा कि देश अक्टूबर में राष्ट्रपिता महात्मा गॉधी की 150वीं वर्षगॉठ मनाने जा रहा है। रेलवे ने इस बार इसे अपना थीम विषय बनाया है और इस बात का प्रयास होगा कि कैसे रेल की जरिये पूरे देश को एक सूत्र में पिरोया जाये। उन्होने ने कहा कि लखनऊ में रेल संचालन को और गतिशील बनाने के लिए चारबाग तथा गोमतीनगर रेलवे स्टेशनों का विशेष रूप से विस्तार किया जा रहा है।

श्री गोयल ने कहा कि सुरक्षा हमारी सवौच्च प्राथमिकता है। पिछले चार वर्षो में रेलवे की सुरक्षा पुख्ता हुई है। उन्होने बताया कि इस बात का प्रयास चल रहा है कि हर रेलवे स्टेशन को खुफिया कैमरों से जोड़ा जा सके। यही नही अधिकांश रेल गाड़ियों को भी खुफिया कैमरों से जोड़ा जा रहा  है।


बुनियादी ढ़ांचा क्षेत्र के विकास पर ज़ोर देते हुए रेल मंत्री ने कहा कि पिछले लम्बे समय से रेलगाड़ियों की संख्या तो बढ़ाई गयी लेकिन बुनियादी ढ़ाचा क्षेत्र के विकास पर ध्यान नही दिया गया। उन्होने ने कहा कि आज रेल यातायात पर 150 प्रतिशत तक का भार है। उन्होने कहा कि जहॉ एक ओर रेलवे टेªक बढ़ाया जा रहा है वही दूसरी ओर अन्य बुनियादी सुविधाओं पर ध्यान दिया जा रहा है। इस काम को अन्जाम देने के लिए ब्लॉक लेना पड़ता है जिससे रेल गाड़िया निर्धारित समय से विलम्ब से चलानी पड़ती है। लेकिन जब एक बार बुनियादी ढांचा मजबूत कर लिया जायेगा तब आने वाले दिनों में इस समस्या से निजात मिल जायेगी।
श्री पीयूष गोयल ने कहा कि विकसित तकनीकी के इस्तेमाल से रेल का काया कल्प किया जा रहा है। उन्होने कहा कि ज्यादा से ज्यादा ट्रेनें बिजली से चलाने का प्रस्ताव है। इससे दो फायदे हैं । पहला पर्यावरण को संतुलित रखने की दिशा में मदद मिलती है और दूसरा रेल की बचत होती है । उन्होंने बताया कि यह बचत इस समय 11 से 13 हजार करोड़ रूपये सलाना के बीच की है। रेल मंत्री ने कहा कि जो टेªने प्रत्येक दिन कई घन्टे के लिए खड़ी रहती थी या फिर सप्ताह मेें कई दिनों तक खड़ी रहती थी, उनका पूरा इस्तेमाल किया जा रहा है। निजामुद्दीन से चलने वाली गतिमान एक्सप्रेस का उदाहरण देते हुए श्री गोयल ने कहा कि इसे अब झॉसी तक कर दिया गया है। इससे बुन्देलखण्ड जैसे पिछड़े इलाके को गति मिली है। उन्होने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की सोच है कि गरीब तबके के लोगो तक सुविधाऐं पहुॅचे। इस दिशा में रेल का काम चल रहा है। रेल मंत्री ने बताया कि देश के 675 रेलवे स्टेशनों को मुफ्त वाई-फाई की सुविधा से जोड़ दिया गया है। उन्होंने बताया कि माल ढुलाई में जहॉ इजाफा हुआ है, वहीं खरीद तथा ठेका देने में पारदर्शिता लाई गयी है । एक सवाल के जवाब में श्री गोयल ने कहा कि रेल के निजीकरण का कोई विचार है नही और न ही ज़ोन की संख्या बढ़ाने का इरादा है।
कोयला मंत्रालय की उपलब्धि की चर्चा करते हुए श्री गोयल ने कहा कि पिछले चार वर्षो मै कोयला के उत्पादन के क्षेत्र में उल्लेखनीय वृद्वि हुई है। उन्होने ने कहा कि रेल और कोयला विभाग दोनों मिल कर काम कर रहे है। कोयला को देश के विभिन्न हिस्सों तक पहुचाने में रेल की अहम भूमिका है। परियोजनाओं की चर्चा करते हुए कोयला मंत्री ने कहा कि सरकार का प्रयास है कि परियोजनाऐं समय से पूरी हो। उन्होंने कहा कि कई बाद भूमि अधिग्रहण जैसे मुददो पर दिक्क्तें आती है लेकिन इन्हें जल्द से जल्द पूरा करने का प्रयास किया जाता है। इससे पहले रेलमंत्री में ’रेल मदद’ और ’मीनू आन रेल’ नाम दो मोबाईल एप जारी किये और मंत्रालय की चार साल की उपलब्धियों पर पुस्तिका का विमोचन किया। इस मौके पर रेल राज्य मंत्री मनोज सिन्हा सहित कई वरिष्ठ अधिकारी मौजूद रहे। वीडियो कांफ्रेसिंग का संचालन पत्र सूचना कार्यालय के प्रधान महानिदेशक सितांशु कार ने किया।

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