पंजाब

जगा रहे थे सुशील तिवारी, सोते रहे अधिकारी, अब हो गया हादसा, कौन लेगा जिम्मेदारी?

Share now

जालंधर| फोकल पॉइंट की सड़क का गड्ढा आज नहीं तो कल किसी न किसी की जान लेकर रहेगा| इसके बावजूद सरकारी अधिकारी हैं कि जागने का नाम नहीं ले रहे| कुछ समय पहले एक दसवीं के छात्र सुशील तिवारी ने विभागीय अधिकारियों को जगाने का प्रयास किया था| वह चीज चीज कर कह रहा था कि इस गड्ढे से कभी भी कोई हादसा हो सकता है और किसी की जान भी जा सकती है लेकिन अधिकारी सुनने को तैयार नहीं हुए| नतीजतन आज साईपुर का रहने वाला गौरव इस गड्ढे के चलते हादसे की जद में आ गया| उसे काफी गंभीर चोटें लगी हैं| हाथ पूरा खून से लथपथ हो गया तो पैरों में भी चोट आई है| गनीमत रही कि गौरव के सिर पर हेलमेट था और उसकी जान बच गई|


दरअसल, फोकल पॉइंट की सड़क पर यह गड्ढा आज का नहीं बल्कि कई महीनों पुराना है| इस रास्ते से रोजाना हजारों वाहन चालकों और पैदल लोगों का आना जाना लगा रहता है| अधिकारियों की लापरवाही के चलते किसी बेकसूर की जान ना जाए इसके लिए सुशील तिवारी ने यह मुद्दा जोर-शोर से उठाया था| लेकिन बेचारे दसवीं के छात्र की आवाज बड़े-बड़े नेताओं और आला अधिकारियों के किशोर में दब गई|
साईपुर का रहने वाला गौरव आज मकसूदां की तरफ मोटरसाइकिल से जा रहा था| गौरव जल्दबाजी में था और बाइक की स्पीड बहुत तेज थी अचानक सामने करना पड़ा और गौरव अपना संतुलन खो बैठा| देखते ही देखते वह सड़क मोटरसाइकिल समेत गिर पड़ा और खून से लथपथ हो गया| युवा राष्ट्र निर्माण वाहिनी के अध्यक्ष सुशील तिवारी और उसके साथी मिलकर गौरव को एक निजी अस्पताल ले गए| वहां गौरव की मरहम पट्टी कराई|


सवाल सिर्फ एक मामूली से हादसे का नहीं बल्कि तमाम जिंदगियों का है जो रोज वाहन से इस रास्ते से गुजरते हैं| इसके बावजूद न जाने क्यों विभागीय अधिकार इस गड्ढे को भरने का प्रयास नहीं कर रहे| सुशील तिवारी को क्रेडिट ना मिल जाए इसके चलते राजनीति का भी बड़ा खेल चल रहा है| ना तो स्थानीय पार्षद इस ओर ध्यान दे रहे हैं और ना ही कभी विधायक ने इस तरफ ध्यान देने की जरूरत उठाई है| समाज हित से इन नेताओं को कुछ लेना-देना नहीं वरना इस गड्ढे को तो विधायक निधि से भी भरा जा सकता था और पार्षद के फंड से भी| नेशनल हाईवे वाले भी इस ओर ध्यान नहीं दे रहे| दिलचस्प बात यह है कि रोड सेफ्टी के लिए काम करने वाले तमाम गैर सरकारी संगठन भी कहीं नजर नहीं आते| डिप्टी कमिश्नर को भी इससे कोई लेना-देना नहीं| बंद एसी कमरों में बैठकर रणनीति बनाने वाले अधिकारियों को आमजन की परेशानी से कोई सरोकार नहीं है| अगर उन्हें सरकार होता तो निश्चित तौर पर इस गड्ढे को भरने के लिए जनता को महीनों इंतजार ना करना पड़ता है| युवा राष्ट्रीय निर्माण वाहिनी के राष्ट्रीय अध्यक्ष सुशील तिवारी ने मांग की है कि अगर इस गड्ढे को नहीं भरा गया तो वह बड़े पैमाने पर आंदोलन करेंगे| बता दें कि लगभग 1 साल पहले इसी तरह के गड्ढों ने दैनिक भास्कर की एक छायाकार की भी जिंदगी निगल ली थी|

Facebook Comments

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *